सोमवार को शुरुआती कारोबार में बीएसई (BSE) का सेंसेक्स 199 अंक नीचे आ गया जबकि एनएसई (NSE) का निफ्टी 11,800 अंक के नीचे चला गया. शाम को कारोबार खत्‍म होने के साथ बीएसई सेंसेक्‍स 491.28 अंक गिरकर 38960.79 अंक पर बंद हुआ. 'जी बिजनेस' ने बाजार में बिकवाली का कारण जानने की कोशिश की. 

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'जी बिजनेस' की इनहाउस रिसर्च टीम के सदस्‍य आशीष चतुर्वेदी ने बताया कि मेटल सेक्‍टर में काफी गिरावट देखने को मिल रही है. मेटर सेक्‍टर का टाटा स्‍टील 5 प्रतिशत तक टूट गया. वहीं जेएसडब्‍ल्‍यू स्‍टील, वेदांता, कल्‍याण फोर्ज और हिंडाल्‍को में भी गिरावट देखने को मिली. इकलौते रतनमणि मेटल के शेयर में उछाल देखा गया.

क्‍यों आई गिरावट

आशीष ने बताया कि मेटल शेयरों में गिरावट का कारण ट्रेड वार है. शुक्रवार को भारत ने अमेरिका के 28 उत्‍पादों पर टैरिफ बढ़ा दिया था. कुछ ऐसा ही चीन और अमेरिका के बीच चल रहा है. चीन ने कहा है कि रेयर अर्थ मेटल का निर्यात तभी करेगा जबकि उसकी घरेलू जरूरतें पूरी हो जाएं. अमेरिका 50 फीसदी तक रेयर अर्थ मेटल चीन से खरीदता है. इन खनिजों का उपयोग अमेरिका में डिफेंस और टेक्‍नोलॉजी में होता है. चीन ने अगर खनिज एक्‍सपोर्ट पर रोक लगाए रखी तो इससे ट्रेड वार का खतरा और गहराया जाएगा.

मेटल कीमतों में भारी गिरावट

आशीष ने बताया कि दूसरा कारण चीन का IIP का आंकड़ा है, जो 17 साल में सबसे कम है. मार्च 2019 में चीन में IIP का आंकड़ा 5.3 प्रतिशत था, जो अप्रैल में बढ़कर 8.5 प्रतिशत हो गया और जून में इसमें और गिरावट आई और यह 5 प्रतिशत पर चला गया है. चीन में स्‍टील का उत्‍पादन रिकॉर्ड स्‍तर पर है. चीन में कारोबार कर रही कंपनियों का मार्जिन टूटा है. मेटल कीमतों में हाई से गिरावट आ रही है. कॉपर में 11 फीसदी, एल्‍यूमीनियम में 10 फीसदी तो जिंक में 15 प्रतिशत की गिरावट आई है.