Tata Group का ये स्टॉक लॉन्ग टर्म में देगा दमदार रिटर्न! Buy की सलाह, 1 महीने में 20% उछल चुका है शेयर
Tata Group Stock: टाटा केमिकल्स (Tata Chemicals) पर ब्रोकरेज फर्म निर्मल बंग (Nirmal Bang) ने खरीदारी की सलाह दी है. ब्रोकरेज कंपनी के लॉन्ग टर्म आउटलुक को लेकर बुलिश है. हालांकि, नियर टर्म में कुछ दिक्कतें रह सकती हैं.
Tata Group Stock: टाटा ग्रुप की केमिकल्स, क्रॉप प्रोटेक्शन और स्पेशियलिटी केमिकल्स बनाने वाली कंपनी टाटा केमिकल्स (Tata Chemicals) पर ब्रोकरेज फर्म निर्मल बंग (Nirmal Bang) ने खरीदारी की सलाह दी है. ब्रोकरेज फर्म कंपनी के लॉन्ग टर्म आउटलुक को लेकर बुलिश है. हालांकि, नियर टर्म में कुछ दिक्कतें रह सकती हैं. कंपनी का EBITDA मार्जिन आगे 5 साल के एवरेज से बेहतर रहने की उम्मीद है. कंपनी मैनेजमेंट लॉन्ग टर्म की संभावनाओं को लेकर पॉजिटिव है, लेकिन अगली 2 तिमाही के बाद लागत के दबाव को लेकर चिंताएं भी हैं. टाटा केमिकल्स का शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव के बावजूद बीते 6 महीने में 33 फीसदी से ज्यादा उछल चुका है.
Tata Chemicals: ₹1267 टारगेट प्राइस
स्टॉक ब्रोकरेज फर्म निर्मल बंग ने टाटा केमिकल्स (TTCH) पर खरीदारी की राय SOTP आधारित टारगेट प्राइस (₹1267 प्रति स्टॉक) में 10.6 फीसदी बढ़ोतरी के साथ बरकरार रखी है. 29 अगस्त 2022 को टाटा केमिकल्स का स्टॉक 2.37 फीसदी बढ़ोतरी के साथ 1137 रुपये पर बंद हुआ. इस तरह, मौजूदा भाव से आगे शेयर में करीब 11 फीसदी का उछाल देखने को मिल सकता है. निवेशकों को टाटा केमिकल्स के शेयर में बीते एक साल में अब तक करीब 36 फीसदी का रिटर्न मिल चुका है. वहीं, इस साल अब तक शेयर में 24 फीसदी से ज्यादा का उछाल है. पिछले एक महीने के दौरान शेयर में करीब 20 फीसदी की तेजी है.
Tata Chemicals: क्या है ब्रोकरेज की राय
ब्रोकरेज हाउस निर्मल बंग का कहना है कि अर्निंग्स में टेक्टिकल मेमोंटम है. सोडा ऐश के लिए लॉन्ग टर्म आउटलुक बुलिश है. पारंपरिक इस्तेमाल के अलावा सोलर ग्लास के साथ-साथ लीथियम ऑयन बैट्ररीज में सोडा ऐश की नई डिमांड आ रही है. कंपनी के बेसिक केमिस्ट्री सेगमेंट अर्निंग्स में मौजूदा पॉजिटिव टेलविंड्स हैं, सोडा ऐश के लिए मजबूत डिमांड से यह अर्निंग है.
ब्रोकरेज रिपोर्ट के मुताबिक, FY23E/FY24E में रेवेन्यू ग्रोथ सुधरकर 23.8%/9.0% हो सकती है. इसमें EBITDA मार्जिन 5 साल के एवरेज (18.3 फीसदी) से बेहतर 23.5%/23.9% बना रह सकता है. दूसरी ओर, मैनेजमेंट भी लॉन्ग टर्म संभावनाओं को लेकर सतर्कता के साथ सकारात्मक रुख बनाए हुए हैं. हालांकि, वैश्विक मंदी का असर कंपनी पर पड़ सकता है. वॉल्यूम और प्राइस पर असर दिखाई दे सकता है.
(डिस्क्लेमर: यहां स्टॉक्स में निवेश की सलाह ब्रोकरेज हाउस द्वारा दी गई है. ये जी बिजनेस के विचार नहीं हैं. निवेश से पहले अपने एडवाइजर से परामर्श कर लें.)