Tamilnad Mercantile Bank IPO: सौ साल पुराने इस बैंक के आईपीओ को मिला पूरा अभिदान, आपके पास है कल तक निवेश का मौका
Tamilnad Mercantile Bank IPO: 101 साल पुराने इस बैंक के आईपीओ को दूसरे दिन ही 100 फीसदी सब्सक्रिप्शन मिल चुका है. निवेशकों के पास कल तक निवेश का मौका है. रिटेल इन्वेस्टर्स को कम से कम 14700 रुपए का निवेश करना होगा.
Tamilnad Mercantile Bank IPO: तमिलनाड मर्केंटाइल बैंक के आईपीओ को दूसरे दिन ही 100 फीसदी का सब्सक्रिप्शन मिल चुका है. यह आईपीओ निवेशकों (IPO investors) के लिए 5 सितंबर को खुला और 7 सितंबर तक निवेश का मौका है. 12 सितंबर को शेयर अलॉटमेंट किया जाएगा. जिन निवेशकों को शेयर अलॉट नहीं हो पाएगा उन्हें 13 सितंबर को रिफंड जारी कर दिया जाएगा. डीमैट अकाउंट में 14 सितंबर को शेयर क्रेडिट हो जाएगा. 15 सितंबर को इस आईपीओ की लिस्टिंग है.
रिटेल कैटिगरी में 2.15 गुना अभिदान
तमिलनाड मर्केंटाइल बैंक का आईपीओ 831.6 करोड़ का है. आईपीओ के तहत 87 लाख 12 हजार शेयरों की पेशकश पर 88 लाख 32 हजार 292 शेयरों के लिए बोलियां मिलीं हैं. रिटेल इन्वेस्टर्स कैटिगरी में 2.15 गुना अभिदान मिला. वहीं, क्वॉलिफाइड इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स कैटिगरी में 73 फीसदी और नान-QII कैटिगरी में 84 फीसदी अभिदान मिला. कंपनी के 1.58 करोड़ इक्विटी शेयरों के आईपीओ के लिए मूल्य दायरा 500 से 525 रुपए प्रति शेयर रखा गया है. निजी क्षेत्र के बैंक को सोमवार को निर्गम के पहले दिन 83 फीसदी अभिदान मिला था.
मिनिमम 14700 रुपए निवेश के लिए चाहिए
आईपीओ का इश्यू प्राइस 500-525 रुपए के बीच में है. लॉट साइज 28 शेयरों का है. रिटेल इन्वेस्टर्स मिनिमम एक लॉट यानी 28 शेयर के लिए बोली लगा सकते है. अधिकतम 13 लॉट यानी 364 शेयरों के लिए बोली लगाई जा सकती है. रिटेल इन्वेस्टर अगर आईपीओ में शेयर खरीदना चाहता है तो मिनिमम 14700 रुपए का निवेश करना होगा. अधिकतम निवेश 1 लाख 91 हजार 100 रुपए का किया जा सकता है.
बैंक का फाइनेंशियल कंडिशन कैसा है
बैंक के फाइनेंशियल की बात करें तो 31 मार्च 2022 के आधार पर बैंक का टोटल असेट 52858 करोड़ का था. टोटल रेवेन्यू 4656 करोड़ का था. प्रॉफिट ऑफ्ट टैक्स 901 करोड़ का रहा, नेट वर्थ 5335 करोड़ और रिजर्व एंड सरप्लस 5193 करोड़ का रहा.
101 साल पुराना है बैंक
यह काफी पुराना बैंक है. तमिलनाड मर्केंटाइल बैंक 101 साल पुराना है और इसकी स्थापना 1921 में की गई थी. उस समय इसका नाम नाडर बैंक था. यह बैंक माइक्रो, स्मॉल एंड मीडियम एंट्रप्राइजेज (SME), एग्रीकल्चर और रिटेल कस्टमर्स को लोन बांटती है.