मार्केट रेगुलेटर SEBI ने बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज यानी BSE के मैनेजिंग डायरेक्टर और चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर के रूप में सुंदररमण राममूर्ति को मंजूरी दी है. सेबी ने सोमवार को यह मंजूरी दी. बीएसई यानी बॉम्बे स्टॉक एक्सजेंज भारतीय स्टॉक मार्केट का एक प्रमुख स्टॉक एक्सचेंज है. बीएसई ने नियामकीय सूचना में कहा कि यह नियुक्ति उन्हें दी गयी पेशकश की स्वीकृति और शेयरधारकों की मंजूरी समेत अन्य नियम एवं शर्तों पर निर्भर है. भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (SEBI) ने 28 नवंबर को एक पत्र के जरिए राममूर्ति की नियुक्ति को मंजूरी दी.

62 साल के हैं  राममूर्ति 

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आशीष कुमार चौहान के बीएसई के प्रबंध निदेशक और सीईओ पद से करीब चार महीने पहले 25 जुलाई को इस्तीफा देने के बाद राममूर्ति के नाम को सेबी की मंजूरी मिली है. करीब पांच महीने के इंतजार के बाद सेबी ने 62 वर्षीय राममूर्ति के नाम को बीएसई सीईओ पद के लिए मंजूरी दी है. सुंदररमण के लिए यह स्टॉक एक्सचेंज में दूसरा कार्यकाल होगा. वे करीब 20 वर्षों से नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) में काम कर रहे थे.

NSE में भी आशीष चौहान के कामों को आगे बढ़ाया था

एक वरिष्ठ नियामकीय अधिकारी ने कहा, 'जब आशीष ने 2002 के आसपास एनएसई छोड़ा, तो सुंदररमन को बड़े पैमाने पर उनका पोर्टफोलियो और भूमिका संभालने के लिए दिया गया. इस बार फिर वे आशीष की जगह बीएसई में आए हैं. वे बैंक निफ्टी की सफलता की कहानी के पीछे रहे कुछ प्रमुख लोगों में से एक हैं. लेकिन ध्यान रहे, वे आसानी से खुश नहीं होते और एक कठिन टास्क मास्टर हैं.'

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