ITI Share Price: शेयर बाजार में सोमवार (6 जनवरी) को ताबड़तोड़ गिरावट आई है. सेंसेक्स 1200 अंकों तक की गिरावट पर पहुंच गया था, निफ्टी भी करीब 300 अंकों का नुकसान देख रहा था. यहां तक कि मिडकैप और स्मॉलकैप इंडेक्स में ताबड़तोड़ बिकवाली थी, लेकिन इसके बावजूद कुछ शेयरों में जबरदस्त तेजी दर्ज की गई. भारत सरकार के सार्वजनिक उपक्रम के तहत आने वाली कंपनी ITI यानी Indian Telephone Industries Limited के शेयरों में आज के कारोबार में 20% की तेजी नजर आई और इसमें अपर सर्किट लगा.

ITI Share Price

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

इस PSU Stock में भारत सरकार की 89% शेयरहोल्डिंग है. इसमें पिछले कुछ महीनों में जबरदस्त तेजी देखी गई है. शेयर ने दो महीनों में ही करीब दोगुना रिटर्न दिया है. 5 दिसंबर, 2024 को इसका भाव 283 रुपये पर था और अब ये 548 के हाई पर पहुंच गया है. शुक्रवार को इसकी क्लोजिंग 457 के भाव पर हुई थी, शेयर खुला तो 473 रुपये के भाव पर था, लेकिन इसने 20% की तेजी दिखाते हुए 548 रुपये के भाव पर Upper Circuit Limit को हिट कर दिया. 

अगर इसके रिटर्न (ITI Share Price Return) को देखें तो शेयर पिछले 5 दिनों में करीब 279% का रिटर्न दे चुका है. 1 महीने में 62%, 6 महीनों में 66%, 1 साल में 72% और पिछले 5 साल में 427% की तेजी आई है. 

ITI के शेयर में तेजी की क्या है वजह?

ITI के शेयर में तेजी की कुछ खास वजह सामने नहीं आई है. बस इसके ट्रेडिंग वॉल्यूम में लगातार तेजी दर्ज हुई है. सोमवार को दोपहर डेढ़ बजे के आसपास कंपनी के 29,04,061 शेयर ट्रेड हो रहे थे. और तो और, पिछले महीने कंपनी से स्टॉक एक्सचेंज ने प्राइस मूवमेंट में तेज हलचल को लेकर सवाल भी पूछा था, जिसके जवाब में कंपनी ने कहा था कि उनकी ओर से ऐसा कोई भी इवेंट या घोषणा नहीं की गई है, जिसके चलते शेयर प्राइस पर कोई प्रभाव पड़ा है. साथ ही उन्होंने ये डिस्क्लेमर भी दिया था कि शेयर प्राइस मूवमेंट से आमतौर पर कंपनी का कोई लेना-देना नहीं है.

ITI को मिला था ऑर्डर

इसके पहले कंपनी ने एक एक्सचेंज फाइलिंग में बताया था कि ITI के नेतृत्व वाला कंसॉर्शियम मिडिल माइल नेटवर्क के लिए BharatNet प्रोजेक्ट्स के तहत 3,022 करोड़ के ऑर्डर के लिए L1 बिडर बना था. 

इसके अलावा, उत्तराखंड सरकार के भूविज्ञान और खनन निदेशालय (Directorate of Geology & Mining) से लगभग 95 करोड़ रुपये का कॉन्ट्रैक्ट मिला था. यह कॉन्ट्रैक्ट माइनिंग डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन एंड सर्विलांस सिस्टम (MDTSS) प्रोजेक्ट को लागू करने के लिए था.