SpiceJet के शेयरों ने भरी उड़ान, नकदी संकट से जूझ रही कंपनी ने QIP से जुटाए ₹3,000 करोड़, 10% चढ़ा स्टॉक
SpiceJet Share Price: आज शुरुआती कारोबार में स्टॉक 10% तक चढ़ गए. SpiceJet Stock पिछली क्लोजिंग 66.16 के मुकाबले 72.80 के इंट्राडे हाई पर पहुंचा था.
SpiceJet Share Price: नकदी संकट से जूझ रही घरेलू एयरलाइन कंपनी SpiceJet सोमवार को चर्चा में है. दरअसल, कंपनी ने QIP (Qualified Insttituational Placement) के जरिए 3,000 करोड़ रुपये जुटाए हैं. इसके चलते आज कंपनी के लिस्टेड शेयरों में जबरदस्त तेजी नजर आ रही है. आज शुरुआती कारोबार में स्टॉक 10% तक चढ़ गए. SpiceJet Stock पिछली क्लोजिंग 66.16 के मुकाबले 72.80 के इंट्राडे हाई पर पहुंचा था.
QIP को मिला था अच्छा रिस्पॉन्स
स्पाइसजेट ने बयान में कहा, क्यूआईपी 16 सितंबर को खुला और 18 सितंबर को बंद हुआ. इसमें योग्य निवेशकों की अच्छी प्रतिक्रिया के साथ काफी अधिक सब्सक्रिप्शन मिला. यह कंपनी की वृद्धि संभावनाओं में मजबूत विश्वास को दर्शाता है. कंपनी ने कहा, 3,000 करोड़ रुपये के वित्तपोषण के अलावा उसे पिछले वित्तपोषण दौर से 736 करोड़ रुपये की अतिरिक्त राशि भी मिली. इससे उसकी वित्तीय स्थिरता और वृद्धि योजनाओं को और बढ़ावा मिलेगा.
स्पाइसजेट के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक अजय सिंह ने कहा, ‘‘ निवेशकों और संस्थानों की ओर से मिली मजबूत प्रतिक्रिया स्पाइसजेट की तेजी से विस्तार करने और भारत के उभरते विमानन बाजार में एक मजबूत कंपनी बनने की क्षमता में उनके विश्वास का प्रमाण है.’’ मानन कंपनी के कहा, इस पूंजी निवेश के साथ एयरलाइन अपने परिचालन को मजबूत करने, अपने बेड़े को बढ़ाने और बढ़ती यात्री मांग को पूरा करने के लिए अपने तंत्र का विस्तार करने के लिए तैयार है.
कंपनी के ऊपर है 601.5 करोड़ रुपये का बकाया
एयरलाइन ने अप्रैल, 2020 से अगस्त, 2023 तक 135 करोड़ रुपये से अधिक का भविष्य निधि भुगतान नहीं किया है. स्पाइसजेट के ऊपर 15 सितंबर तक कुल वैधानिक बकाया 601.5 करोड़ रुपये था. पनी शेयर बिक्री से प्राप्त शुद्ध आय का उपयोग बकाया चुकाने के लिए भी करेगी. कुल राशि में से, 297.5 करोड़ रुपये स्रोत पर कर कटौती (टीडीएस) से संबंधित हैं, 156.4 करोड़ रुपये कर्मचारियों के भविष्य निधि जमा और 145.1 करोड़ रुपये माल और सेवा कर (जीएसटी) से जुड़े हैं. प्राप्त राशि का उपयोग विमान और इंजन पट्टेदारों, इंजीनियरिंग विक्रेताओं समेत कर्जदाताओं की देनदारियों को चुकाने के लिए भी किया जाएगा.