GQG Partners, जिसने हिंडनबर्ग रिपोर्ट के बाद अडानी ग्रुप में बड़ा निवेश किया था, को बड़ा झटका लगा है. आज अरबों डॉलर के रिश्वत और धोखाधड़ी केस में आए US कोर्ट के फैसले ने अडानी ग्रुप की मुश्किलें और बढ़ा दी हैं, जिससे GQG Partners के शेयर ऑस्ट्रेलियाई बाजार में करीब 25% तक गिर गए हैं.

क्या है US कोर्ट का फैसला?

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अमेरिका की एक अदालत ने अडानी ग्रुप से जुड़े मामले में नकारात्मक टिप्पणी करते हुए कंपनी के खिलाफ कानूनी प्रक्रिया को आगे बढ़ाने का संकेत दिया है. इस फैसले ने न केवल अडानी ग्रुप, बल्कि उसमें निवेश करने वाली कंपनियों, जैसे GQG Partners, के लिए भी जोखिम बढ़ा दिया है. शेयरों में इतनी गिरावट के बाद GQG Partlने कहा है कि वो अडानी ग्रुप के स्टॉक्स में अपनी होल्डिंग की समीक्षा करेगा. कंपनी ने कहा कि उसके क्लाइंट्स के 90% असेट अदाणी ग्रुप से जुड़े हुए इशुअर में रिलेटेड नहीं है, उसके पास डाइवर्सिफाइड पोर्टफोलियो है.

GQG Partners के शेयरों में गिरावट क्यों?

US कोर्ट के फैसले ने अडानी ग्रुप की छवि को और नुकसान पहुंचाया. GQG Partners, जिसने अडानी ग्रुप में भारी निवेश किया था, अब बाजार में दबाव में आ गया है. निवेशकों के बीच बढ़ती चिंताओं और अडानी ग्रुप से जुड़े विवादों के कारण GQG के शेयर ऑस्ट्रेलियाई बाजार में लगभग 20% तक गिर गए.

निवेशकों की चिंता और बढ़ी

विश्लेषकों का कहना है कि अडानी ग्रुप से जुड़ी खबरें अब GQG Partners के लिए भी बड़ा जोखिम बन रही हैं. US कोर्ट के फैसले के बाद, बाजार में अनिश्चितता और बढ़ गई है.

अडानी ग्रुप और GQG पर असर

अडानी ग्रुप की मौजूदा कानूनी परेशानियां GQG के लिए चिंता का कारण बनी हुई हैं. GQG Partners का निवेश फिलहाल जोखिम भरा साबित हो रहा है. इस गिरावट ने निवेशकों की चिंताओं को और गहरा कर दिया है.

एक्सपर्ट्स की राय

US कोर्ट का फैसला अडानी ग्रुप और उसके निवेशकों के लिए बड़ा झटका है. GQG Partners का शेयर दबाव में रहेगा, जब तक कि अडानी ग्रुप से जुड़े विवाद सुलझ नहीं जाते. निवेशकों को सतर्कता बरतने और बाजार की गतिविधियों पर करीब से नजर रखने की सलाह दी जाती है.