G20 Summit 2023: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्‍यक्षता में हुई G20 की बैठक में बिजनेस के नजरिए से कई बड़े डेवलपमेंट हुए हैं. इनका असर भारतीय अर्थव्‍यवस्‍था, बिजनेस और चुनिंदा भारतीय कंपनियों के शेयरों पर होगा. जी बिजनेस के मैनेजिंग एडिटर और मार्केट गुरु अनिल सिंघवी ने बायलेटरल या दुनियाभर में बिजनेसेस के लिहाज से पांच बड़ी चीजें चुनी हैं. इनका असर भारतीय कंपनियों और उनके बिजनेस पर पड़ेगा. सबसे बड़ी चीजें जो हुई हैं, भले ही वो सीधे तौर पर जी20 का हिस्‍सा न हों, लेकिन समिट के दौरान जो फैसले हुए हैं, उन पर फोकस है. इनमें 5 अहम बातें हैं.

1. इकोनॉमिक कॉरिडोर

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अनिल सिंघवी का कहना है, भारत, यूएई, यूरोपीय यूनियन, सउदी अरब इन सबके बीच तो इकोनॉमिक कॉरिडोर बनने जा रहा है. इससे बिजनेस के काफी संभावनाएं बढ़ेंगी. इस लिहाज से हमारे यहां 4 सेक्‍टर हैं, जिन पर बहुत असर पड़ने वाला है. रेलवे स्‍टॉक्स, शिपिंग स्‍टॉक्‍स, पाइप लाइन बिछाने वाले स्‍टॉक और केबल स्‍टॉक्‍स पर इस इकोनॉमिक कॉरिडोर का असर पड़ने वाला है. 

रेलवे में RITES, Ircon, RVNL, टेक्‍स्‍मेको रेल, टीटागढ़ पर लगातार बुलिश हैं. शिपिंग में SCI, जीई शिपिंग है. सबसे बड़ी बात यह है कि दुनिया को समझ आ रहा हैकि समुद्र के रास्‍ते व्‍यापार की बजाय रोड के जरिए भी व्‍यापार पर फोकस करना चाहिए. पाइपलाइन स्‍टॉक्‍स में  वेलस्‍पन, एपीएल अपोलो, जिंदल शॉ के लिए बहुत अच्‍छी खबर है. केबल स्‍टॉक्‍स में स्‍टरलाइन टेक, केईआई इंडस्‍ट्रीज, पॉलीकैब इंडिया, फिनोलेक्‍स इंडिया के लिए आने वाले समय में लिए पॉजिटिव खबर है. ऐसा इसलिए क्‍योंकि जो कॉरिडोर बन रहा है, उसकी शुरुआत भारत से हो रही है. जोकि यूरोप तक जाएगा. 

2. ग्‍लोबल बायोफ्यूल अलायंस

जी20 में ग्‍लोबल बायोफ्यूल अलायंस लॉन्‍च किया गया. मार्केट गुरु का कहना है, भारत बायोफ्यूल को लेकर पहले से ही बात कर रहा है. अब उस लेवल की ओर पहुंच रहे हैं कि पेट्रोल-डीजल में  20 फीसदी एथनॉल ब्‍लेंडिंग होनी चाहिए. ग्‍लोबली लोगों को ये बात समझ आ रही है कि क्लिन एनर्जी के लिहाज से बायोफ्यूल को कितना बढ़ाने की जरूरत है. इस लिहाज से प्राज इंडस्‍ट्रीज और बाकी शुगर कंपनियों के शेयर जो एथेनॉल प्रोड्यूस करते हैं, उनके लिए अच्‍छी खबर है. यह पहल क्निल एनजी और एनर्जी ट्रांसमिशन की तरफ बड़ा बदलाव आता नजर आ रहा है. एनर्जी ट्रांसमिशन में PFC, REC जैसे शेयर हैं. इस तरह के शेयरों के लिए यह अच्‍छी खबर है. 

3. US-भारत के बीच टेलीकॉम अलायंस

G20 के दौरान भारत और अमेरिका के बीच 6G रोलआउट के लिए टेलीकॉम अलायंस हुआ है. यह एक बड़ा डेवलपमेंट है. मार्केट गुरु का कहना है कि इस अलायंस से टाटा टेलीकम्‍युनिकेशंस, भारती एयरटेल, स्‍टरलाइट टेक जैसी कंपनियों के लिए बहुत बड़ी बात है. 

एक और खबर है कि टाटा कम्‍युनिकेशंस यूएस कंपनी NVIDIA के साथ टाइअप करने जा रहा है. यह दुनियाभर में चिप और सेमीकंडक्‍टर बनाने वाली दिग्‍गज कंपनी है. बीते एक साल में अमेरिकी बाजारों में सबसे ज्‍यादा रिटर्न देने वाली कोई दिग्‍गज है तो वह NVIDIA है. इस डील के अंतर्गत टाटा ग्रुप AI के लिए एक इंफ्रास्‍ट्रक्‍चर बनाने की तैयारी कर रहा है. ऐसे में टाटा कम्‍युनिकेशंस, तेजस नेटवर्क्‍स, टीसीएस जैसी कंपनियों पर बड़ा असर आते देख सकते हैं.

4. रिन्‍युएबल एनर्जी 

जी20 समिट में सदस्‍य देशों ने 2023 तक रिन्‍युएबल एनर्जी कैपेसिटी 3 गुना करने पर सहमति जताई है. इसका मतलब कि अगले 6-7 साल में तीन गुना क्षमता तक पहुंचना है. इसमें आरईसी, पीएफसी, भेल, थर्मेक्‍स, टाटा पावर, जेएसडब्‍ल्यू एनर्जी, बोरोसिल इन सबके लिए काफी अच्‍छी खबर आ रही है. 

5. स्‍पेस के लिए ISRO-NASA में समझौता 

स्‍पेस सेक्‍टर में नासा और इसरो के बीच समझौता की बात है. मार्केट गुरु का कहना है, नासा को यह बात समझ आने लगा है कि इसरो किसी भी लिहाज से हमसे कम नहीं है. ऐसे में समझौते की बात कर रहे हैं, जो जाहिर है काफी-कुछ संभावनाएं हैं. रेवेन्‍यू के लिहाज से बहुत ज्‍यादा फायदा न हो लेकिन इज्‍जत के लिहाज से काफी अच्‍छा है. हमारी कंपनियों जो इसरो को डायरेक्‍ट या इनडायरेक्‍ट रूप से प्रोडक्‍ट सप्‍लाई कर रही हैं, उनमें  MTAR, BSE, HAL, BEL, Mishra Dhatu t जैसी कंपनियां हैं. इसलिए इंडियन बिजनेसेस के लिहाज से ये कंपनियां आपके रडार पर होनी चाहिए.