Editor's Take: अगस्‍त महीने में बाजार कमजोर रहा. निफ्टी महीने के निचले स्‍तर पर बंद हुआ. निफ्टी ने 19200 का लो दिखाया. बैंक निफ्टी ने 43850 के निचले स्‍तर को छुआ था. क्‍लोजिंग भी 44,000 के आसपास हुई. दूसरी ओर मिडकैप, स्‍मॉल कैप लाइफ हाई पर हैं. ऐसे में सवाल यह है कि मिडकैप-स्‍मॉलकैप शेयरों में क्‍यों रिकॉर्ड तेजी है. जी बिजनेस के मैनेजिंग एडिटर अनिल सिंघवी ने इस पर अपनी राय दी है. 

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मार्केट गुरु अनिल सिंघवी का कहना है, मार्केट में एक साफतौर पर बड़ा डिविजन देखने को मिल रहा है. लोकल मनी जो म्‍यूचुअल फंड में आ रह है या स्‍मार्ट मनी जो एचएनआई या रिटेल निवेशक देखें, तो उन्‍हें भारत के स्‍मॉल कैप, मिडकैप शेयरों पर ज्‍यादा भरोसा है. वो वहीं पैसा लगा रहे हैं. फंड्स में उन्‍हीं जगहों पर पैसा लगा रहे हैं. लार्ज कैप से पैसा निकल रहा है और मिडकैप, स्‍मॉलकैप में आ रहा है.  

छोटे शेयरों पर भरोसा

अनिल सिंघवी का कहना है, आमतौर पर एचएनआई और रिटेल निवेशक बड़े शेयरों की बजाय छोटे शेयरों पर भरोसा कर रहे हैं. उनके नजरिए से देखें तो स्‍मॉलकैप, मिडकैप इंडिया और निफ्टी, बैंक निफ्टी ग्‍लोबल हैं. ऐसा कब हो सकता है कि बैंक के निचले स्‍तर पर निफ्टी, बैंक निफ्टी बंद हों और मिडकैप, स्‍मॉल कैप लाइफ टाइम हाई पर बंद हो. ऐसा पिछली बार कब हुआ था, ये याद कर पाना भी मुश्किल है. अप्रैल से मिडकैप, स्‍मॉलकैप मे जबरदस्‍त तेजी बनी हुई है. 

उनका कहना है, अगर आप इंडिया की इकोनॉमी को मजबूत मानते हैं, इंडिया के निवेशकों को मजबूत मानते हैं, तो आपके लिए ब्रॉडर मार्केट हैं. जहां पर आपको मजबूती दिख रही है. निफ्टी में हल्‍का-फुल्‍का टाइम वाइज और प्राइस वाइज करेक्‍शन है. अगर आप सही जगह हैं, तो तेजी करके अभी भी पैसा बन रहा है. वहीं अगर आप शॉर्ट में भी सही जगह हैं, तो शॉर्ट करके भी पैसा बन रहा है. इस मार्केट में पैसा बन रहा है. आपकी स्‍ट्रैटजी और पोजिशनिंग सही होनी चाहिए.