Delta Corp में दिग्गज निवेशक Ashish Kacholia ने बेच दिए 15 लाख शेयर, स्टॉक 5.6% टूटा
Delta Corp Stock Price: GST डिपार्टमेंट की ओर से डेल्टा कॉर्प और उसकी सब्सिडियरी कंपनियों को करीब 16,800 करोड़ का टैक्स नोटिस भेजा गया है. इस खबर के बाद सोमवार को डेल्टा कॉर्प का शेयर 20 फीसदी तक टूट गया था.
Delta Corp Stock Price: GST डिपार्टमेंट से टैक्स डिमांड नोटिस मिलने के बाद ऑनलाइन गेमिंग कंपनी डेल्टा कॉर्प (Delta Corp) के शेयर में ताबड़तोड़ बिकवाली हो रही है. मंगलवार को शेयर में शुरुआती कारोबार में 5.6 फीसदी की तेज गिरावट देखने को मिली. इस बीच बाजार के दिग्गज निवेशक आशीष कचोलिया (Ashish Ramchandra Kacholia) ने एक बल्क डील में डेल्टा कॉर्प में 15 लाख इक्विटी शेयर (0.56 फीसदी) बेच दिए हैं. GST डिपार्टमेंट की ओर से डेल्टा कॉर्प और उसकी सब्सिडियरी कंपनियों को करीब 16,800 करोड़ का टैक्स नोटिस भेजा गया है. इस खबर के बाद सोमवार को डेल्टा कॉर्प का शेयर 20 फीसदी तक टूट गया था.
Ashish Kacholia ने किस भाव पर बेचे शेयर
NSE पर बल्क डील की उपलब्ध डीटेल के मुताबिक, आशीष रामचंद्रन कचोलिया ने सोमवार (25 सितंबर) को 1,500,000 इक्विटी शेयर बेचे हैं. शेयर की औसत बिक्री प्राइस 144.65 रुपये है. यह पूरी डील 21.7 करोड़ रुपये में हुई है. इस डील के बाद मंगलवार को शेयर में शुरुआती कारोबार में तेज गिरावट देखने को मिली.
मंगलवार को डेल्टा कॉर्प का शेयर 139.30 रुपये पर खुला. इससे पहले, सोमवार को शेयर का भाव 17 फीसदी टूटकर 142.80 पर बंद हुआ था. कारोबारी के दौरान शेयर 20 फीसदी तक टूट गया था. बीते 7 सेशन से स्टॉक पर लगातार दबाव देखा जा रहा है. 30 जून 2023 तक की कॉरपोरेट शेयरहोल्डिंग्स के मुताबिक आशीष कचोलियो पोर्टफोलियो में 41 शेयर हैं, जिनकी नेटवर्थ 2,028.4 करोड़ रुपये से ज्यादा है.
Delta Corp: क्या है पूरा टैक्स विवाद
GST डिपार्टमेंट की ओर से डेल्टा कॉर्प और उसकी सब्सिडियरी कंपनियों को करीब 16,800 करोड़ का टैक्स नोटिस भेजा है. इसमें डेल्टा कॉर्प पर 11,139 करोड़ और सब्सिडियरीज पर 5,683 करोड़ रुपये का टैक्स बकाया है. यह नोटिस हैदराबाद डीजी इंटेलिजेंस ने जारी किया है. BSE की वेबसाइट पर उपलब्ध जानकारी के मुताबिक, डेल्टा कॉर्प को शो-काउज नोटिस जारी किया गया है.
टैक्स में शॉर्टफॉल जुलाई 2017 से मार्च 2022 के बीच का है. DG नोटिस में जिस टैक्स अमाउंट का जिक्र किया गया है वह ग्रॉस बेट वैल्यु के आधार पर है जो कैसिनो में खेला गया था. कंपनी ने कहा कि टैक्स शॉर्टफॉल नोटिस ग्रॉस बेटिंग वैल्यु आधारित है. यह ग्रॉस गेमिंग रेवेन्यू आधारित कैलकुलेशन नहीं है. इस संबंध में गेमिंग इंडस्ट्री की तरफ से सरकार को कई बार अपील भी की जा चुकी है. कंपनी ने कहा कि वह इस संबंध में अपने कानूनी विकल्पों पर विचार कर रही है.
(डिस्क्लेमर: शेयर बाजार में निवेश बाजार के जोखिमों के अधीन है. निवेश से पहले अपने एडवाइजर से परामर्श कर लें.)
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