Stock Market Strategy: ग्लोबल बाजार में सुस्ती देखने को मिल रही है. ग्लोबल बाजार में सुस्ती का असर कई बार भारतीय बाजार (Indian Market) में भी देखने को मिलता है. ऐसे में अगर आप भी शेयर बाजार में सुस्ती आने पर पैसा लगाने की सोच रहे हैं तो पहले ये जान लें कि बाजार को क्या अब बड़े ट्रिगर की जरूरत है या बाजार में पैसा लगाया जा सकता है. ज़ी बिजनेस के मैनेजिंग एडिटर अनिल सिंघवी (Anil Singhvi) ने इस पर अपनी राय दी है और निवेशकों को बाजार में पैसा लगाने के लिए क्या स्ट्रैटेजी अपनानी चाहिए, इस पर भी टिप्पणी की है. अनिल सिंघवी का कहना है कि ग्लोबल बाजारों से जितना सपोर्ट मिलना चाहिए, उतना अभी नहीं मिल रहा है और विदेशी निवेशकों ने भी अपना हाथ थोड़ा रोका है, यानी कि कम पैसा निवेश किया है. 

बाजार किसी बड़े ट्रिगर कर कर रहे इंतजार

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अनिल सिंघवी का कहना है कि मौजूदा समय में बाजार किसी बड़े ट्रिगर का इंतजार कर रहे हैं. क्योंकि अभी कैश मार्केट में विदेशी निवेशकों का पैसा आ नहीं रहा है, जिसकी वजह से बाजार में हल्की सुस्ती है लेकिन वायदा बाजार में विदेशी निवेशक दांव लगा रहे हैं तो ऐसे में बाजार को किसी बड़े ट्रिगर का इंतजार है. 

अनिल सिंघवी की तगड़ी स्ट्रैटेजी, कहा - अहम सपोर्ट लेवल पर खरीदारी करें; ऊपरी स्तरों पर मुनाफावसूली की भी सलाह

अनिल सिंघवी ने बताया कि बाजार में तब तक ट्रेडिंग करनी है, जब तक निफ्टी 18275 के नीचे बंद ना हो और बैंक निफ्टी 44650 के नीचे बंद ना हो. तब तक ट्रेडर्स ट्रेडिंग कर सकते हैं. लेकिन जो Sell on Rise ही करना चाहते हैं, उनके लिए भी 

ऊपरी स्तरों पर बिक्री करने वालों के लिए क्या हैं लेवल्स?

अनिल सिंघवी ने बताया कि 18675 के लेवल के ऊपर निफ्टी बंद होता है, तब तक sell on rise की स्ट्रैटेजी अपना सकते हैं. अनिल सिंघवी ने बताय कि शॉर्ट सेलर्स के लिए निफ्टी का लेवल 18650 और बैंक निफ्टी के लिए 44500 का लेवल अहम है. 

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