शेयर बाजार में वीकली एक्सपायरी से पहले भयंकर गिरावट दर्ज की गई. बाजार के प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स, निफ्टी समेत मिडकैप और स्मॉलकैप इंडेक्स रिकॉर्ड स्तरों से अचानक टूटे. 20 दिसंबर को आई इस गिरावट से पहले दमदार शुरुआत देखने को मिली. इसके चलते निवेशकों को भारी नुकसान हुआ. BSE के आंकड़ों के मुताबिक इनवेस्टर्स को करीब 8 लाख करोड़ रुपए का घाटा हुआ. जबकि सुबह ज्यादातर इंडेक्स नए रिकॉर्ड हाई पर ट्रेड कर रहे थे. पहली बार सेंसेक्स 71900 और निफ्टी 21590 का लेवल पार किए.

निवेशकों को भारी नुकसान

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बाजार में आई अचानक की गिरावट में निवेशकों को भारी नुकसान हुआ. बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज यानी BSE पर लिस्टेड कंपनियों का कुल मार्केट कैप 350.14 लाख करोड़ रुपए के पास आ गया, जोकि 19 दिसंबर को बाजार बंद होने के बाद 359.11 लाख करोड़ रुपए था. यानी केवल बुधवार को हुई बिकवाली में निवेशकों को लगभग 9 लाख करोड़ रुपए का नुकसान हुआ. करीब 4000 शेयरों में से 3200 स्टॉक्स लाल निशान में बंद हुए. 

क्यों टूटा शेयर बाजार?

शेयर बाजार में विदेशी संस्थागत निवेशकों को खरीदारी नवंबर के अंत से लौटी है, जिसके बाद मार्केट में नए रिकॉर्ड हाई बन रहे. खासकर मिडकैप, स्मॉलकैप में तेजी रही. लंबे समय से सुस्त रहे लार्ज कैप सेक्टर में भी हलचल बढ़ गई. लेकिन रिकॉर्ड हाई पर निवेशक मुनाफा काट रहे, जिसे प्रॉफिटबुकिंग कहा जाता है. इसके चलते बाजार ऊपरी स्तर से टूटा. इसके अलावा लाल सागर में हाउती के अटैक से सुएज नहर में शिपिंग पर भी असर के चलते सेंटीमेंट पर असर है. 

कहां हुई सबसे ज्यादा बिकवाली?

शेयर बाजार में अचानक आई प्रॉफिटबुकिंग सबसे ज्यादा सरकारी बैंक, ऑटो, मेटल, मीडिया और रियल्टी सेक्टर टूटे. निफ्टी में अदानी पोर्ट सबसे ज्यादा 6% तक फिसला. टाटा स्टील, अदानी एंटरप्राइसेज 5% तक गिरे. बाजार बुधवार को भारी गिरावट में सेंसेक्स 931 अंक गिरकर 70,506 पर बंद हुआ. निफ्टी 303 अंक गिरकर 21,150 पर बंद. आज शेयर बाजार में 3921 शेयरों में कारोबार हुआ, जिसमें 3178 स्टॉक्स लाल निशान में बंद हुए.