Stock Market Outlook 2023: अगले साल सेंसेक्स पहुंच सकता है 64500 के पार, Nifty 19500 पर
Stock Market Outlook 2023: एमके ग्लोबल फाइनेशियल सर्विसेज की रिपोर्ट के मुताबिक, अगले साल दिसंबर तक निफ्टी 19500 और सेंसेक्स 64500 तक पहुंच सकता है. वर्तमान स्तर के मुकाबले यह 7-8 फीसदी की तेजी है. फेडरल रिजर्व का एक्शन और क्रूड का भाव बाजार के लिए अहम होगा.
Stock Market Outlook 2023: आज साल 2022 का दूसरा आखिरी कारोबारी सत्र है. माना जा रहा है कि अगले साल इकोनॉमी के ट्रैक पर लौटने, इंटरेस्ट रेट को लेकर दबाव घटने से शेयर बाजार का रुख सकारात्मक रहेगा. नतीजन मार्केट में नई तेजी देखने को मिलेगी. 2023 में बाजार के आउटलुक को लेकर एमके ग्लोबल फाइनेंशियल सर्विसेज (Emkay Global Financial Services) ने अपनी रिपोर्ट जारी की है. उसका अनुमान है कि कैलेंडर ईयर 2023 में सेंसेक्स और निफ्टी नया रिकॉर्ड बनाएगा. अगले साल बैंकिंग, मैन्युफैक्चरिंग, कंज्यूमर प्रोडक्ट्स और ऑटो/एंसिलरीज सेगमेंट के चुनिंदा स्टॉक्स बाजार को नई ऊंचाई की तरफ ले जाएंगे.
निफ्टी 19500 तक पहुंच सकता है
यह रिपोर्ट एमके ग्लोबल फाइनेंशियल सर्विसेज के विंग Emkay Institutional Equities की तरफ से शेयर की गई है. मौजूदा हालात को देखते हुए उसका अनुमान है कि दिसंबर 2023 तक Nifty 19500 के स्तर तक पहुंच सकता है. सेंसेक्स 64500 तक पहुंच सकता है. वर्तमान स्तर के मुकाबले यह 7-8 फीसदी ज्यादा है. अगर ग्लोबल मैक्रो-इकोनॉमिक डेटा या जियो-पॉलिटिकल परिस्थितियों में बदलाव होता है तो यह टार्गेट आगे-पीछे हो सकता है.
बैंकिंग, ऑटो और ऑयल एंड गैस, IT स्टॉक्स पर रहेगी नजर
कैलेंडर वर्ष 23 में मोटे तौर पर निफ्टी-50 के प्रॉफिट ऑफ्टर टैक्स (PAT) में वृद्धि का नेतृत्व बैंकों, ऑटो/OEM और अनुषंगी, तेल एवं गैस और आईटी कंपनियों द्वारा किया जाएगा. रिपोर्ट में कहा गया कि साल 2023 में भी डॉलर इंडेक्स का मूवमेंट, मंदी और महंगाई का आंकड़ा, फेडरल रिजर्व की तरफ से इंटरेस्ट रेट को लेकर आगे क्या फैसले लिए जाते हैं, इन बातों का बड़ा असर होगा. फेडरल रिजर्व कब तक इंटरेस्ट रेट बढ़ाता है, कितने समय के लिए स्थिर रहता है और कब इंटरेस्ट रेट में कटौती की जाएगी, ये तीन फैक्टर्स बाजार के लिए अहम होंगे.
डॉलर इंडेक्स का एक्शन रहेगा महत्वपूर्ण
एमके ग्लोबल फाइनेंशियल सर्विसेज के सीईओ नीरव शेठ ने कहा कि कई चीजों पर पड़ने वाले प्रभाव के कारण डॉलर इंडेक्स में उतार-चढ़ाव चिंता का कारण बना हुआ है. हम उम्मीद करते हैं कि फेडरल रिजर्व और RBI द्वारा दरों में और बढ़ोतरी की जाएगी जिससे संबंधित मुद्राएं मजबूत होंगी. हम उम्मीद करते हैं कि आरबीआई कैलेंडर वर्ष 23 की दूसरी तिमाही (2QCY23) तक लंबे समय के लिए विराम लेगा.
ब्रेंट क्रूड में अचानक तेजी का बना रहेगा खतरा
संजय चावला, हेड, इंस्टीट्यूशनल रिसर्च, एमके ग्लोबल फाइनेंशियल सर्विसेज ने कहा, "लंबे समय तक ऊंची ब्याज दरें और ब्रेंट क्रूड ऑयल की कीमतों में अचानक वृद्धि आने वाले 6-12 महीनों में बाजार के लिए संभावित चुनौतियां हैं. सरकार द्वारा कैपिटल एक्सपेंडिचर इंटेंसिव बज निवेश को प्रोत्साहित कर सकता है. हालांकि, वैश्विक और घरेलू स्तर पर विकास की दर का असर दिख सकता है. वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुए हम कैलेंडर वर्ष 2023 के अंत तक निफ्टी-50 का उचित मूल्य लगभग 19500 के आसपास देखते हैं. हमें उम्मीद है कि वित्त वर्ष 2023 में निफ्टी-50 की कुल लाभ वृद्धि लगभग 15% पर काफी मबूत होगी."
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