Sovereign gold bond scheme 2019-20: वित्तीय वर्ष 2019-20 की अंतिम तिमाही में आपके पास सस्ते में सोना खरीदने का मौका है. सरकार 2 मार्च से सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड में निवेशकों को निवेश करने का मौका दे रही है. रिजर्व बैंक (RBI) सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड सोमवार से जारी कर रही है. इसके तहत 6 मार्च 2020 तक निवेश किया जा सकता है. बता दें चालू वित्तीय वर्ष में सोने में निवेश का सरकार की तरफ से आखिरी पेशकश है. इसमें आपको रिटर्न भी मिलेगा. इसमें अगर आप ऑनलाइन निवेश करते हैं तो आपको कीमत में छूट भी मिलेगी. 

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कहां होगी बिक्री

बॉन्ड की बिक्री कॉमर्शियल बैंक, भारतीय स्टॉक होल्डिंग निगम लिमिटेड (एसएचसीआईएल) और कुछ चुनिंदा डाकघरों तथा मान्यताप्राप्त शेयर बाजारों जैसे भारतीय राष्ट्रीय स्टॉक एक्सचेंज लिमिटेड और बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज के माध्यम से की जाएगी.

निवेश की अवधि

अगर आप सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड में निवेश करना चाहते हैं तो आप 2 मार्च से लेकर 6 मार्च 2020 तक कर सकते हैं. इस बार गोल्ड बॉन्ड का इश्यू प्राइस 4260 रुपये प्रति ग्राम तय किया गया है. इन्वेस्टमेंट एप्लीकेशन का सेटलमेंट 11 मार्च 2020 को होगा. इसका मतलब यह हुआ कि आपको इस दिन बॉन्ड जारी कर दिया जाएगा.

प्रति ग्राम 50 रुपये की मिल सकती है छूट

सरकार ने गोल्ड बॉन्ड के लिए ऑनलाइन अप्लाई और पेमेंट करने वालों को प्रति ग्राम 50 रुपये की छूट देने का भी फैसला किया है. अगर आप डिजिटल मोड में पेमेंट करते हैं तो 50 रुपये प्रति ग्राम की छूट मिलेगी. इसके बाद गोल्ड बॉन्ड का इश्यू प्राइस 4,210 रुपये प्रति ग्राम हो जाएगा.

नए सीरीज का गोल्ड बॉन्ड है सस्ता

प्रति 10 ग्राम के लिहाज से नए सीरीज का गोल्ड बॉन्ड थोड़ा सस्ता है. ऐसा इसलिए कि शनिवार को सोने का भाव दिल्ली में 42,870 रुपये प्रति 10 ग्राम था. ऐसे में यह 770 रुपये सस्ता है.

कीमत रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया करता है तय

सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्‍कीम में सोना खरीदकर घर में नहीं रखा जाता है बल्कि बॉन्‍ड में निवेश के तौर पर इस्‍तेमाल करना होता है. बॉन्‍ड आधारित सोने की कीमत रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) तय करता है.

इसमें है ये शर्त

सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्‍कीम के तहत गोल्‍ड बॉन्‍ड पर कुछ शर्तें हैं. पहली, कोई भी व्यक्ति एक वित्तीय वर्ष में अधिकतम 500 ग्राम के गोल्‍ड बॉन्ड खरीद सकता है. इस बॉन्ड में न्यूनतम निवेश एक ग्राम है. इसके निवेशकों को टैक्‍स पर भी छूट मिलती है. निवेशक स्‍कीम के जरिए बैंक से लोन भी ले सकते हैं.

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कितना मिलता है रिटर्न

गोल्ड बॉन्ड पर निवेशकों को सालाना आधार पर कम से कम 2.5 प्रतिशत का रिटर्न दिया जाएगा. गोल्ड बॉन्ड में किसी तरह की धोखाधड़ी और अशुद्धता की संभावना नहीं होती है. ये बॉन्ड्स 8 साल के बाद मैच्योर होंगे.