औद्योगिक उत्पादन एवं मुद्रास्फीति जैसे वृहद आर्थिक कारक और लोकसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान की संभावना से इस सप्ताह शेयर बाजार की चाल तय होगी. विश्लेषकों ने यह अनुमान जताया है. उनका मानना है कि इस सप्ताह कच्चा तेल, रुपया और विदेशी निवेशकों का रुख भी बाजार को प्रभावित कर सकता है.

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एपिक रिसर्च के सीईओ मुस्तफा नदीम ने कहा, ‘‘इस सप्ताह कई सारे आंकड़े जारी होने वाले हैं. ऐसे में आर्थिक आंकड़े और घरेलू कारक बाजार को प्रभावित करेंगे. उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) आधारित मुद्रास्फीति, औद्योगिक उत्पादन आदि बाजार की धारणा तय करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे.’’ 

कैपिटलऐम के शोध प्रमुख देवव्रत भट्टाचार्य ने कहा, ‘‘इस सप्ताह बाजार की निगाहें सीपीआई, थोक मूल्य सूचकांक पर होंगी. अंतरराष्ट्रीय मोर्चे पर हम सोमवार को अमेरिका की खुदरा बिक्री के आंकड़े और चीन के औद्योगिक उत्पादन पर नजर रखेंगे.’’ 

उन्होंने कहा कि इस सप्ताह विदेशी निवेशकों के जारी निवेश के कारण बाजार के सकारात्मक रहने का अनुमान है. हालांकि चुनाव के तारीखों की घोषणा तथा वैश्विक कारक बाजार में उथल-पुथल ला सकते हैं. पिछले सप्ताह शुक्रवार को प्रमुख घरेलू शेयर बाजारों ने लगातार चार दिनों की तेजी खो दी. हालांकि आलोच्य सप्ताह के दौरान सेंसेक्स 607.62 अंक यानी 1.68 प्रतिशत और निफ्टी 171.90 अंक यानी 1.58 प्रतिशत मजबूत हुआ.

आर्थिक वृद्धि को लेकर आशंकाएं उभरने और चीन के व्यापार में गिरावट के आंकड़ों से वैश्विक बाजार पिछले सप्ताह गिरावट में रहे. पिछले सप्ताह रुपया 78 पैसे की बढ़त लेकर 70.14 रुपये प्रति डॉलर पर रहा.