Share market outlook: इस सप्ताह बाजार में तेजी का अनुमान, रुपए पर बना रहेगा दबाव, कहां है खरीदार का मौका?
Share market outlook: भारतीय शेयर बाजार बीते सप्ताह फ्लैट रहा. IIFL सिक्यॉरिटीज के अनुज गुप्ता ने बताया कि टेक्निकल आधार पर इस सप्ताह बाजार में तेजी के संकेत हैं. हालांकि, डॉलर के मुकाबले रुपए पर दबाव बने रहने का अनुमान है.
Share market outlook: बीते सप्ताह शेयर बाजार फ्लैट रहा. निचले स्तरों पर खरीदारी के कारण बाजार संभला. सेंसेक्स में 30 अंकों की गिरावट दर्ज की गई और यह 58803 के स्तर पर बंद हुआ. निफ्टी 19 अंकों की गिरावट के साथ 17539 के स्तर पर बंद हुआ. हालांकि, बैंक निफ्टी 434 अंक यानी 1.11 फीसदी की तेजी के साथ 39421 के स्तर पर बंद हुआ. हालांकि, ग्लोबल मार्केट में भारी गिरावट रही. अमेरिकी डाउ जोन्स 2.99 फीसदी की गिरावट के साथ 31318 के स्तर पर बंद हुआ.
इकोनॉमी के लिए तमाम संकेत सकारात्मक
IIFL Securities के वाइस प्रेसिडेंट अनुज गुप्ता ने कहा कि इंडियन इकोनॉमी के लिए सकारात्मक संकेत मिल रहे हैं. कच्चा तेल सस्ता हो रहा है. ब्रेंट क्रूड इस सप्ताह 93 डॉलर प्रति बैरल के स्तर पर बंद हुआ. अच्छा मानसून भी आर्थिक गतिविधियों को सपोर्ट कर रहा है.
विदेशी निवेशकों की वापसी हो चुकी है
फॉरन पोर्टफोलियो इन्वेस्टर्स बड़े पैमाने पर खरीदारी कर रहे हैं. अगस्त में एफपीआई ने 51204 करोड़ और सितंबर के दो कारोबारी सत्र में अब तक 1963 करोड़ का शेयर खरीदा है. फॉरन इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स ने अगस्त में 22025 करोड़ की खरीदारी की.
शेयर बाजार के लिए क्या लक्ष्य है?
अनुज गुप्ता ने कहा कि इस सप्ताह के शेयर बाजार में तेजी दिख सकती है. निफ्टी के लिए 17300 के स्तर पर पहला सपोर्ट है. उसके बाद 17000 के स्तर पर सपोर्ट है. निफ्टी के लिए 17800 के स्तर पर अवरोध है. उसके बाद 18000 के स्तर पर अवरोध है. बैंक निफ्टी के लिए 38700 के स्तर पर सपोर्ट है. उससे नीचे 38000 के स्तर पर सपोर्ट है. तेजी के स्थिति में 40200 का स्तर पहला पड़ाव है. दूसरा पड़ाव 41000 के स्तर पर है. निफ्टी और बैंक निफ्टी में निचले स्तरों पर खरीदारी की सलाह है. टेक्निकल आधार पर तेजी के पूरे-पूरे संकेत मिल रहे हैं.
रुपए पर अभी दबाव बना हुआ है
डॉलर के मुकाबले रुपए पर दबाव जारी है. पिछले सप्ताह डॉलर के मुकाबले रुपया 80.15 के नए रिकॉर्ड लो पर पहुंच गया था. दरअसल जैक्सन होल की बैठक में अमेरिकी फेडरल रिजर्व चीफ जेरोम पॉवेस ने इंट्रेस्ट रेट को लेकर अग्रेसिव रुख जारी रखने के संकेत दिए. इसके कारण डॉलर इंडेक्स 109.97 के स्तर पर पहुंच गया जो 20 साल से ज्यादा का हाई है. यही वजह है कि रुपए पर दबाव दिख रहा है.
डॉलर के मुकाबले रुपया किस रेंज में बना रहेगा?
टेक्निकल आधार पर इस सप्ताह डॉलर के मुकाबले रुपए के लिए 79.40 के स्त पर एक मजबूत सपोर्ट है. 80.50 के स्तर पर अवरोध बना हुआ है. सितंबर के अंत में अमेरिकी फेडरल रिजर्व की इंट्रेस्ट रेट को लेकर बैठक होने वाली है. तब तक रुपए के 79.40 से 80.50 के दायरे में बने रहने का अनुमान है.