पिछले 16 सालों में अब तक बाजार में 5 बार लोअर सर्किट लग चुके हैं. ज़ी बिजनेस टीवी के रिसर्च एनालिस्ट संदीप ग्रोवर बताते हैं कि सबसे पहले 21 जनवरी 2008 को लोअर सर्किट लगा था. इस समय 10 फीसदी का सर्किट लगा था. वहीं, आज भी कोरोना के कारण बाजार में भारी बिकवाली रही, जिसके वजह से निफ्टी में 10 फीसदी का लोअर सर्किट लग गया. शुरुआती कारोबार के दौरान निफ्टी गिरकर 8800 अंक पर पहुंच गया और सेंसेक्स भी 3000 अंकों गिर गया था. 

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21 जनवरी 2008

  • 21 जनवरी 2008 में लोअर सर्किट लगा था. 
  • इस समय लोअर सर्किट के बाद 74 अंकों की रिकवरी देखने को मिली
  • इसमें सर्किट के लेवल से करीब डेढ़ फीसदी की रिकवरी हुई थी.

22 जनवरी 2008

  • इसके अलावा 22 जनवरी 2008 को 211 प्वाइंट की रिकवरी हुई थी.
  • इस दिन सर्किट के लेवल से 4.5 फीसदी ऊपर की क्लोजिंग देखने को मिली थी.

अक्टूबर 2017

  • आज से पहले बाजार में साल 2017 अक्टूबर में लोअर सर्किट लगा था.
  • इस दिन लोअर लेवल से करीब-करीब 9 फीसदी की रिकवरी देखने को मिली थी.

मई 2006

  • मई 2006 में जब सर्किट लगा था तो जो लोअर लेवल से रिकवरी थी वो 159 अंकों की थी
  • यानी लगभग 5.5 फीसदी की रिकवरी देखने को मिली थी.

2004 में लगा था सबसे पहला सर्किट

  • पहली बार जब सर्किट लगा था तो सर्किट लेवल के नीचे के लेवल पर क्लोजिंग हुई थी. 
  • 1424 सर्किट का लेवल था और क्लोजिंग 1388 के आसपास हुई थी. वहीं, 35 अंक गिरकर बाजार बंद हुए थे.

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अब तक 5 बार लग चुका है लोअर सर्किट

बता दें अब तक बाजार में 5 बार लोअर सर्किट लग चुके हैं. इसमें से 4 बार बाजार ऊपरी स्तरों पर बंद हुए हैं. इसके अलावा एक बार बाजार लोअर सर्किट से निचले स्तर पर बंद हुए है. पिछले 4 बार सर्किट लगने के बाद बाजार में कम से कम डेढ़ फीसदी और ज्यादा से ज्यादा 9 फीसदी की रिकवरी देखने को मिली है.