शेयर बाजार में लगातार दो दिन की तेजी पर बुधवार को ब्रेक लग गया. बाजार के प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स और निफ्टी हल्की कमजोरी के साथ लाल निशान में बंद हुए. सबसे ज्यादा बिकवाली ऑटो, फार्मा और रिटल्टी सेक्टर के शेयरों में दर्ज की गई. निफ्टी के टॉप लूजर्स में पावरग्रिड, हिंडाल्को सबसे आगे रहे, जिनके शेयरों में 4-4 फीसदी की गिरावट देखने को मिली. BSE आंकड़ों के मुताबिक एक्सचेंज पर 1837 शेयर लाल निशान में बंद हुए हैं. 

बाजार में लौटी बिकवाली की वजह?

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज (MOFSL) के रिटेल रिसर्च हेड सिद्धार्थ खेमका के मुताबिक एक दिन की छुट्टी के बाद बाजार की शुरुआत पॉजिटिव रही, क्योंकि अमेरिकी बाजारों में मजबूती देखने को मिली. लेकिन ऊपरी स्तरों पर मुनाफावसूली के चलते कारोबार के दूसरे हाफ में फिसल गया. 

उन्होंने कहा कि बाजार गिरावट की वजह यूरोपियन और एशियन मार्केट में कमजोरी भी रही. साथ ही निवेशक अमेरिका में मिड टर्म इलेक्शन को लेकर सतर्क नजर आए. हालांकि, अच्छे नतीजों के चलते निफ्टी बैंक और निफ्टी ऑटो इंडेक्स ने नया हाई बनाया. 

मिलेजुले ग्लोबल संकेत का घरेलू बाजार पर  

BSE पर उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक बाजार में 188 स्टॉक्स ने 52-वीक हाई बनाया, जबकि 28 शेयरों ने साल के सबसे निचले स्तर पर क्लोजिंग दी. हल्की कमजोरी के बावजूद BSE पर कुल कंपनियों का मार्केट कैप 2.84 लाख करोड़ रुपए का पार पहुंच गया.

 

Zee Business Hindi Live TV यहां देखें

बाजार में कैसी रखें स्ट्रैटेजी?

रेलिगेयर ब्रोकिंग के रिसर्च VP अजीत मिश्रा के मुताबिक ग्लोबल मार्केट से मिलेजुले संकेत मिल रहे हैं. ऐसे में निवेशकों स्टॉक स्पेसिफिक नजरिया रखना चाहिए. जबतक की निफ्टी में मोमेंटम वापस ना आ जाए. बता दें कि सोमवार को विदेशी निवेशकों (FIIs) ने 387 करोड़ रुपए के शेयरों की खरीदारी की. वहीं घरेलू निवेशकों (DIIs) ने  1060 करोड़ रुपए के शेयरों की बिकवाली की.