हिंदुस्तान ऑयल एक्सप्लोरेशन कंपनी (HOEC) तेल और गैस का कारोबार करती है. खास बात ये है कि यह छोटे फिल्ड्स पर काम करती है. इसलिए इसका खर्च और रिस्क, दोनों ही कम हैं.

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हिंदुस्तान ऑयल एक्सप्लोरेशन का बिजनेस मॉडल बहुत ही मजबूत है. कंपनी कम खर्च, कम रिस्क पर तेल-गैस उत्पादान की पॉलिसी पर काम करती है. यह एक कर्ज मुक्त कंपनी है. 

कम रिस्क के लिए कंपनी छोटे फिल्ड पर काम करती है. एचओईएफ पहले से खोजे की गई फील्ड्स को अपने काम के लिए चुनती है. इन फील्ड्स पर तेल-गैस की खोज पर पहले ही काम हो चुका होता है, इसलिए इनमें रिस्क कम रहता है. बड़ी कंपनियां छोटे फिल्ड्स पर काम नहीं करती हैं, क्योंकि उनका काम भी बड़ा होता है, इसलिए बड़ी कंपनियां खोज के बाद छोटे फिल्ड्स को छोड़ देती हैं. ऐसे फिल्ड पर HOEC अपना शुरू करती है. इसलिए इस कंपनी का खर्च भी कम होता है. 

डिरोक फील्ड से 12-18 महीने में उत्पादन बढ़कर 55 mcfd होने की उम्मीद है. यहां 33 mcfd का फिलहाल उत्पादन हो रहा है. बीपीसीएल अपने नुमालीगढ़ रिफाइनरी का भी विस्तार कर रही है, जिसका फायदा इस कंपनी को मिलेगा. 

उत्तर-पूर्व में भारत सरकार ने गैस की फ्री-प्राइसिंग की आजादी की बात कही है और डिरोक फील्ड उत्तर-पूर्वी भारत में ही आता है.

इस कंपनी को पोर्टफोलियो में पीवाई-1 फील्ड भी है. इस फील्ड में बीते 2 सालों में उत्पादन 5 गुना तक बढ़ गया है. 2 mcfd का उत्पादन बढ़कर 10 mcfd के आसपास हो गया है. एचओईएफ कंपनी मुंबई ऑफशोर डवलपमेंट भी कर रही है. इस में अगले 2-2.5 साल बहुत ही अहम हैं.

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इस समय हिंदुस्तान ऑयल एक्सप्लोरेशन का स्टॉक 104 रुपये पर ट्रेड कर रहा है. मार्केट एक्सपर्ट का कहना है कि कम पैसे में इस स्टॉक को अपने पोर्टफोलियो में शामिल किया जा सकता है. यह धीरे-धीरे मुनाफा देने वाला स्टॉक है. और आने वाले समय में इस कंपनी के कारोबार में इजाफा होगा.