सुधार के उपायों से आई शेयर बाजारों में तेजी बीते सप्ताह केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंदी से जूझ रही अर्थव्यवस्था की हालत सुधारने के लिए कई उपायों की घोषणा की. इससे सेंसेक्स 37,000 के मनोवैज्ञानिक स्तर और निफ्टी 11,000 के मनोवैज्ञानिक स्तर को पार कर गया.

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

सेंसेक्स 631.63 अंकों या 1.72 फीसदी की तेजी के साथ 37,332.79 पर बंद हुआ. वहीं, निफ्टी 193.9 अंकों या 1.79 फीसदी की तेजी के साथ 11,023.25 पर बंद हुआ. बीएसई के मिडकैप सूचकांक में 265.47 अंकों या 2.01 फीसदी की तेजी आई और यह 13,467.55 पर बंद हुआ, जबकि स्मॉलकैप सूचकांक 348.59 अंकों या 2.86 फीसदी की तेजी के साथ 12534.70 पर बंद हुआ.

सोमवार को शेयर बाजार की सकारात्मक शुरुआत हुई और उतार-चढ़ाव के बीच सेंसेक्स 792.96 अंकों या 2.16 फीसदी की तेजी के साथ 37,494.12 पर बंद हुआ. वहीं, निफ्टी 228.50 अंकों या 2.11 फीसदी के तेजी के साथ 11,057.85 पर बंद हुआ.

मंगलवार को घरेलू शेयर बाजारों में लगातार तीसरे सत्र में तेजी आई. इसमें आरबीआई द्वारा सरकार को 1.76 लाख करोड़ रुपये के अधिशेष देने की प्रमुख भूमिका रही. इस दिन सेंसेक्स 147.15 अंकों या 0.39 फीसदी की तेजी के साथ 37,641.27 पर बंद हुआ और निफ्टी 47.50 अंकों या 0.43 फीसदी की तेजी के साथ 11,105.35 पर बंद हुआ.

बुधवार को वैश्विक मंदी की चिन्ता में घरेलू बाजारों का रुख नकारात्मक रहा और सेंसेक्स 189.43 अंकों या 0.50 फीसदी की गिरावट के साथ 37,451.84 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 59.25 अंकों या 0.53 फीसदी की गिरावट के साथ 11,046.10 पर बंद हुआ.

गुरुवार को अमेरिका-चीन के बीच व्यापार युद्ध में तेजी और ब्रेक्सिट को लेकर अनिश्चितता के बीच घरेलू बाजार गिरावट के साथ बंद हुए. इस दिन सेंसेक्स 382.91 अंकों या 1.02 फीसदी की गिरावट के साथ 37,068.93 पर बंद हुआ तथा निफ्टी 97.80 अंकों या 0.89 फीसदी की गिरावट के साथ 10,948.30 पर बंद हुआ.

शुक्रवार को सेंसेक्स 263.86 अंकों या 0.71 फीसदी की तेजी के साथ 37,332.79 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 74.95 अंकों या 0.68 फीसदी की तेजी के साथ 11,023.25 पर बंद हुआ.

बीते सप्ताह सेंसेक्स के तेजी वाले शेयरों में प्रमुख रहे - एचडीएफसी (6.14 फीसदी), सन फार्मा (5.37 फीसदी), टाटा मोटर्स (5.04 फीसदी), बजाज फाइनेंस (4.92 फीसदी) और आईटीसी (4.05 फीसदी).

सेंसेक्स के गिरावट वाले शेयरों में प्रमुख रहे - कोटक बैंक (2.77 फीसदी), भारती एयरटेल (2.71 फीसदी), हीरो मोटोकॉर्प (2.59 फीसदी), रिलायंस (2.16 फीसदी) और मारुति (2.14 फीसदी).

आर्थिक मोर्चे पर, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शुक्रवार (23 अगस्त) को सरकारी बैंकों के विलय से चार बड़े बैंक बनाने की घोषणा के बाद वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शुक्रवार को सरकारी बैंकों (पीएसबी) के प्रशासन में सुधार की घोषणाएं की.

वित्त मंत्री ने कहा, "अब ऐसा नहीं होगा कि शीर्ष अधिकारियों का मूल्यांकन कोई एक व्यक्ति के हाथ में हो, बल्कि इसके लिए प्रबंधन होगा, जो फैसले करेगा."

उन्होंने कहा, "प्रबंधन को निदेशक मंडल के प्रति उत्तरदायी बनाने के लिए सरकारी बैंकों की निदेशक मंडल की समिति महाप्रबंधक और उसके ऊपर के अधिकारियों के प्रदर्शन का मूल्यांकन करेगी."

केंद्र सरकार ने सुधारों को आगे बढ़ाते हुए शुक्रवार को 10 सरकारी बैंकों (पीएसबी) को मिलाकर चार बैंक बनाने की घोषणा की है. इसमें ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स और यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया को पंजाब नेशनल बैंक में मिला दिया जाएगा.

वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण के मुताबिक, केनरा बैंक और सिंडीकेट बैंक का विलय किया जाएगा, जबकि यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, आंध्रा बैंक और कॉर्पोरेशन बैंक को मिलाकर एक बैंक बनाया जाएगा.

इसी प्रकार से, इंडियन बैंक और इलाहाबाद बैंक को मिलाकर एक बैंक का गठन किया जाएगा. वित्तमंत्री ने आगे कहा कि बैंक ऑफ इंडिया और सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया बरकरार रहेंगे. इस विलय प्रक्रिया के बाद देश में केवल 12 सरकारी बैंक बचेंगे, जबकि अब तक इनकी संख्या 27 थी.

इस विलय के बाद पंजाब नेशनल बैंक देश का दूसरा सबसे बड़ा सरकारी बैंक बन जाएगा, जिसका कुल कारोबार 17.5 लाख करोड़ रुपये का होगा. वहीं, केनरा बैंक और सिंडिकेट बैंक को मिलाकर बनाया गया बैंक देश का चौथा सबसे बड़ा सरकारी बैंक होगा, जिसका कुल कारोबार 15.20 लाख करोड़ रुपये होगा.