Share Market Updates: 4 जून की भारी बिकवाली के बाद शेयर बाजार में रौनक लौट आई है. पिछले तीन कारोबारी सत्रों से लगातार बाजार तेजी के साथ बंद हो रहा है. इस तेजी में सेंसेक्स 4614 अंक उछल चुका है और निवेशकों की संपत्ति में 28 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा का इजाफा हुआ है. शुक्रवार को रिजर्व बैंक की तरफ MPC कमेंटरी में जो बातें कही गईं, उससे सेंटिमेंट को मजबूती मिली है. इंट्राडे में सेंसेक्स 76795 का नया हाई भी बनाया और आखिरकार 76693 अंकों पर बंद हुआ.

3 दिन में निवेशकों की संपत्ति 28.6 लाख करोड़ रुपए बढ़ी

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4 जून को एग्जिट पोल के मुताबिक चुनावी नतीजे नहीं आने के कारण बाजार में ब्लड बाथ दिखा. सेंसेक्स में इंट्राडे के दौरान 6000 अंकों से अधिक गिरावट देखी गई. 4 जून को सेंसेक्स     72079 पर बंद हुआ, लेकिन इंट्राडे में 70234 अंकों तक फिसला था. इस हफ्ते यह 76693 अंकों पर बंद हुआ. 4 जून को BSE का क्लोजिंग मार्केट कैप 394.83 लाख करोड़ रुपए था. इस हफ्ते यह 423.49 लाख करोड़ रुपए पर बंद हुआ. इस तरह तीन दिनों में निवेशकों की संपत्ति में 28.66 लाख करोड़ रुपए की बढ़ोतरी हुई.

FY25 के लिए GDP का ग्रोथ अनुमान बढ़ाया गया

RBI की ओर से मौद्रिक नीति जारी करने के बाद शुक्रवार को भारतीय शेयर बाजार में बड़ी तेजी देखने को मिली है. भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि मौद्रिक नीति कमेटी (MPC) ने रेपो रेट को 6.5 फीसदी पर बरकरार रखने का फैसला किया है. FY25 के लिए जीडीपी अनुमान को 7 फीसदी से बढ़कर 7.2 फीसदी कर दिया. वहीं, खुदरा महंगाई दर के अनुमान को 4.5 फीसदी पर यथावत रखा गया है. 

बाजार और इकोनॉमी को लेकर कॉन्फिडेंस मजबूत हुआ है

RBI MPC को लेकर टाटा कैपिटल लिमिटेड के MD एंड CEO राजीव सभरवाल ने कहा कि चुनाव के बाद पहली बैठक के फैसलों ने बाजार में कॉन्फिडेंस को लौटाया है. रेपो रेट को 6.5% पर मेंटेन किया गया है. रिजर्व बैंक ने ग्रोथ और इंफ्लेशन के बीच तालमेल बनाए रखने के संकेत दिए हैं. लोअर इंटरेस्ट रेट और इन्वेस्टमेंट में तेजी से बाजार और इकोनॉमी को बूस्ट मिल रहा है.

हेल्दी मानसून और खरीफ पैदावार से रूरल स्ट्रेस कम होगा

RBI MPC पॉलिसी पर एचडीएफसी बैंक की सब्सिडियरी HDB Financial Services के चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर  जय कुमार शाह ने कहा कि रेपो रेट को 6.5% पर बरकरार रखना बैंकिंग और NBFC सेक्टर के लचीलेपन को दर्शाता है. FY25 के लिए जीडीपी ग्रोथ का अनुमान बढ़ाकर 7.2%  कर दिया गया है. हेल्दी मानसून से इकोनॉमी को बूस्ट मिलेगा. खरीफ पैदावार अच्छा होने की उम्मीद है. यह रूरल स्ट्रेस को कम करेगा, जिससे इंक्सूसिव ग्रोथ को सपोर्ट मिलेगा.

ब्याज दर घटने से मांग को मिलेगी मजबूती

केयरऐज रेटिंग्स में मुख्य अर्थशास्त्री, रजनी सिन्हा का कहना है कि RBI ने वित्त वर्ष 2025 के लिए वृद्धि दर के अनुमान को बढ़ाकर 7.2 फीसदी कर दिया है. यह दिखाता है कि वृद्धि दर मजबूत बनी हुई है. FMCG और ऑटो की बिक्री में भी रिकवरी देखने को मिल रही है. नाइट फ्रैंक के चेयरमैन और MD शिशिर बैजल ने कहा कि मॉनिटरी पॉलिसी हमारी अपेक्षाओं के अनुरूप है. केंद्रीय बैंक का ध्यान महंगाई कम करने पर है. कैलेंडर 2024 में ब्याज दर कम होने की उम्मीद है. जिससे आगे मांग को सहारा मिलेगा.