अगले हफ्ते बाजार गिरेगा या चढ़ेगा? जानिए किन फैक्टर्स का दिखेगा असर
इस हफ्ते सेंसेक्स में 1027 अंकों का उछाल दर्ज किया गया. अगले हफ्ते जियो पॉलिटिकल सिचुएशन, FII की एक्टिविटी और ऑटो सेल्स नंबर बाजार के लिए महत्वपूर्ण रहेगा.
वैश्विक रुझान, विदेशी निवेशकों की गतिविधियां और घरेलू मोर्चे पर वृहद आर्थिक आंकड़े इस कम कारोबारी सत्र वाले सप्ताह के दौरान शेयर बाजार की दिशा तय करेंगे. विश्लेषकों ने यह राय जताई है. बुधवार यानी दो अक्टूबर को ‘गांधी जयंती’ के अवसर पर शेयर बाजार बंद रहेंगे. स्वस्तिका इन्वेस्टमार्ट लि. के शोध प्रमुख संतोष मीणा ने कहा, ‘‘आगे विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) के फ्लो को देखना रोचक रहेगा. इस साल सितंबर में भारतीय शेयर बाजार में सबसे ज़्यादा एफआईआई प्रवाह देखने को मिला है. कमोडिटी की कीमतों में उतार-चढ़ाव, अमेरिका के डॉलर सूचकांक और वहां के वृहद आर्थिक आंकड़ों से भी बाजार को दिशा मिलेगी.’’
जियो-पॉलिटिकल सिचुएशन होगा महत्वपूर्ण
मीणा ने कहा, ‘‘इसके साथ ही भू-राजनीतिक घटनाक्रम वैश्विक स्तर पर एक महत्वपूर्ण कारक बने रहेंगे.’’ मीणा ने कहा कि घरेलू मोर्चे पर वाहन बिक्री के मासिक आंकड़े और कंपनियों के तिमाही नतीजों से निकट भविष्य में शेयर विशेष गतिविधियां देखने को मिल सकती हैं. सप्ताह के दौरान विनिर्माण और सेवा क्षेत्रों के लिए खरीद प्रबंधक सूचकांक (पीएमआई) का आंकड़ा बाजार की धारणा को प्रभावित करेगा. मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड के प्रमुख-शोध, संपत्ति प्रबंधन सिद्धार्थ खेमका ने कहा, ‘‘हमें उम्मीद है कि प्रमुख शेयरों की अगुवाई में बाजार का सकारात्मक रुख जारी रहेगा.’’
बीते हफ्ते 1027 अंक उछला सेंसेक्स
बीते सप्ताह बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 1,027.54 अंक या 1.21 फीसदी की बढ़त में रहा. वहीं, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 388 अंक या 1.50 फीसदी चढ़ गया. शुक्रवार को सेंसेक्स ने दिन में कारोबार के दौरान 85,978.25 के नए सर्वकालिक उच्चस्तर को छुआ. उसी दिन कारोबार के दौरान निफ्टी 26,277.35 अंक के नए उच्चस्तर तक गया. रेलिगेयर ब्रोकिंग लि. के वरिष्ठ उपाध्यक्ष-शोध अजित मिश्रा ने कहा, ‘‘आगे चलकर घरेलू संकेतकों के अभाव में वैश्विक कारक बाजार को दिशा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे.’’
ऑटो सेल्स नंबर पर रहेगी नजर
मिश्रा ने कहा, ‘‘एक अक्टूबर को जारी होने वाले वाहन बिक्री के आंकड़ों पर सभी की निगाह रहेगी. इसके अलावा एचएसबीसी इंडिया विनिर्माण पीएमआई और एचएसबीसी इंडिया सेवा पीएमआई के आंकड़े भी महत्वपूर्ण रहेंगे. साथ ही विदेशी फंड्स के प्रवाह तथा कच्चे तेल की कीमतों के उतार-चढ़ाव पर भी सभी की निगाह रहेगी.’’ जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘आगे निवेशकों की निगाह कंपनियों के दूसरी तिमाही के नतीजों पर रहेगी. निवेशक कंपनियों की आमदनी में सुधार की उम्मीद कर रहे हैं.’’