शेयर बाजारों में तेजी जारी, सेंसेक्स 90 अंक और चढ़ा
स्थानीय शेयर बाजारों में तेजी का सिलसिला बृहस्पतिवार को चौथे दिन भी जारी रहा.
स्थानीय शेयर बाजारों में तेजी का सिलसिला बृहस्पतिवार को चौथे दिन भी जारी रहा तथा सकारात्मक संकेतों के बीच बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स करीब 90 अंक और सुधर कर 36,725.42 अंक पर बंद हुआ. रुपये की मजबूती और विदेशी संस्थागत निवेशकों की ओर से निवेश का प्रवाह बने रहने से उतार चढ़ाव भरे कारोबार के बीच बाजार में धारणा मजबूती की बनी रही.
नेशनल स्टाक एक्सचेंज का निफ्टी भी पांच अंक के मामूली सुधार के साथ 11,058.20 पर बंद हुआ. सेंसेक्स के शेयरों में एल एंड टी में 2.76%का सबसे ज्यादा लाभ दर्ज किया गया. कंपनी को घरेलू बाजार में बड़ा ठेका मिलने के समाचार से इसके शेयरों में तेजी रही. महिंद्रा एंड महिंद्रा, एक्सिस बैंक, आईटीसी, एसबीआई, एचडीएफसी,पावर ग्रिड, टाटा मोटर्स, टीसीएस, टाटा स्टील और रिलांयस इंडस्ट्रीज के शेयरों में भी लाभ हुआ. इनमें लाभ 1.77% तक के दायरे में रहा.
इसके विपरीत कोल इंडिया, सन फार्मा, एनटीपीसी, ओएनजीसी और येस बैंक के शेयरों में 3.09 प्रतिशत तक की गिरावट दर्ज की गई. वेदांता, एचसीएल टेक, बजाज आटो , भारतीय एयरटेल और एशियन पेंट्स जैसे शेयरों में भी घाटा हुआ. सेंसेक्स में 30 शेयरों में से 12 में लाभ और 18 में हानि दर्ज की गयी.
सुबह सेंसेक्स 36,744.02 पर तेजी से साथ खुलने के बाद 36,830.25 और 36,590.88 अंक के दायरे में घट बढ़ के बाद अंत में 89.32 अंक या 0.24 प्रतिशत के लाभ के साथ 36,725.42 पर बंद हुआ. निफ्टी भी 11,077.95 अंक पर खुल कर एक समय 11,089.05 तक पहुंच गया था. उसके बाद बिकवाली के दबाव में यह नीचे 11,027.10 तक चला गया था. अंत में निफ्टी पिछले बंद की तुलना में 5.02 अंक या 0.05% सुधार के साथ 11,058.20 अंक पर बंद हुआ.
अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपये की विनिमय दर में लगातार सुधार से स्थानीय शेयर बाजार में निवेशकों का उत्साह बढ़ा हुआ था. रुपया एक समय 28 पैसे की मजबूती के साथ प्रति डालर 69.89 के भाव पर चल रहा था. इस बीच विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने बुधवार को घरेलू बाजार में 1,130.78 करोड़ रुपये का शुद्ध निवेश किया था जबकि घरेलू संस्थागत निवेशक 878.45 करोड़ रुपये के शुद्ध बिकवाल थे.
प्रमुख एशियायी बाजारों में नरमी थी. इन बाजारों पर अमेरिकी वाल स्ट्रीट के शेयरों की गिरावट का असर था और वैश्विक बाजारों में निवेशक चीन-अमेरिका व्यापार वार्ता पर निगाह रखे हुए थे. अमेरिका में रोजगार वृद्धि के आंकड़े बाजार की उम्मीद से कम रहने से वहां शेयर बाजार पर असर पड़ा.