घरेलू शेयर बाजार (Share Market) में लगातार दूसरे दिन शुक्रवार को भारी गिरावट दर्ज की गई. सेंसेक्स (Sensex) 560.45 अंक लुढ़क कर 38,337.01 पर बंद हुआ. निफ्टी (Nifty) में बड़ी गिरावट दर्ज की गई. हालांकि कारोबार की शुरुआत तेजी के साथ हुई लेकिन बाजार में कारोबारी रुझान कमजोर होने के कारण जल्द की बिकवाली का दबाव बढ़ गया. 

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दोपहर करीब 12.09 बजे सेंसक्स पिछले सत्र से 377.61 अंकों यानी 0.97 फीसदी की गिरावट के साथ 38,519.85 पर कारोबार कर रहा था और निफ्टी भी 112.75 अंकों यानी 0.97 फीसदी लुढ़क कर 11,484.15 पर कारोबार कर रहा था.

'जी बिजनेस' के मैनेजिंग एडिटर अनिल सिंघवी ने बताया कि DI का निवेश धीरे-धीरे शेयर बाजार में आता है. जबकि FI का निवेश तेजी से आत है. केंद्रीय बजट (Budget 2019) में अल्‍ट्रा रिच पर जो टैक्‍स लगाया गया है, वह प्रावधान विदेशी निवेशकों (Foreign Investors) को पसंद नहीं आया है. क्‍योंकि देश में 70 प्रतिशत FI AOP (Association of Persons) या ट्रस्‍ट के तौर पर रजिस्‍टर्ड हैं.

अनिल सिंघवी के मुताबिक अगर FI को टैक्‍स बचाना है तो उन्‍हें पूरी प्रक्रिया दोहरानी होगी. पहले कंपनी बनानी होगी. अन्‍य देशों में टैक्‍स कम है. इसी प्रावधान को लेकर FI खफा हैं. इस कारण ही बाजार में इतनी बड़ी गिरावट देखने को मिली.

बंबई स्टॉक एक्सचेंज (BSE) के 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स पिछले सत्र की क्लोजिंग से 161.27 अंकों यानी 0.41 फीसदी की तेजी के साथ 39,058.73 पर खुला मगर उसके बाद कारोबारी रुझान कमजोर होने के कारण सूचकांक में 400 अंकों से ज्यादा की गिरावट आई. दोपहर के कारोबार के दौरान सेंसेक्स का निचला स्तर 38,496.06 रहा.

नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) के 50 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक निफटी भी पिछले सत्र के मुकाबले 31.05 अंकों की तेजी के साथ 11,627.95 पर खुला और 11,640.35 तक उछला लेकिन बाद में निफ्टी 11,472.20 तक लुढ़क गया.