मार्केट रेगुलेटर सेबी (SEBI) ने मंगलवार को इन्वेस्टर्स के लिए निवेश को आसान बनाने के अपने प्रयास को बढ़ाते हुए पब्लिक इश्यू में ऋण प्रतिभूतियों (Debt Securities) को खरीदने वाले खुदरा निवेशकों (Retail Investors) के लिए UPI सिस्टम के माध्यम से पेमेंट की निवेश सीमा को बढ़ाकर 5 लाख रुपये कर दिया. वर्तमान में यह सीमा 2 लाख रुपये थी.

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भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) ने एक सर्कुलर में कहा कि नया सिस्टम 1 मई, 2022 को या उसके बाद खुलने वाली डेट सिक्योरिटीज के पब्लिक इश्यू पर लागू होगा.

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SEBI  के मौजूदा नियमों के मुताबिक, इन्वेस्टर्स 2 लाख रुपये तक के आवेदन मूल्य के लिए UPI सिस्टम के माध्यम से फंड को ब्लॉक करने की सुविधा के साथ डेट सिक्योरिटीज के पब्लिक इश्यू में आवेदन करने का विकल्प प्रदान करते हैं.

सेबी ने लिया बड़ा फैसला

मार्केट सहयोगियों के साथ चर्चा के आधार पर और आवश्यकताओं में एकरूपता लाने के साथ-साथ इन्वेस्टर्स के लिए निवेश में आसानी के लिए, SEBI ने अब UPI सिस्टम के माध्यम से निवेश की सीमा को बढ़ाकर 5 लाख रुपये करने का निर्णय लिया है.

SEBI ने बताया कि इन्वेस्टर्स प्रति एप्लिकेशन 5 लाख रुपये तक के एप्लिकेशन वैल्यू के लिए फंड को ब्लॉक करने के लिए सिस्टम का उपयोग कर सकता है. 

क्या है यूपीआई

UPI भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (NPCI) द्वारा विकसित एक इंस्टेंट पेमेंट सिस्टम है. यह पेमेंट का उपयोग करके किन्हीं दो व्यक्तियों के बैंक खातों के बीच मनी के इंस्टेंट ट्रांसफर की अनुमति देता है.

दिसंबर 2021 में, NPCI ने UPI में प्रति लेनदेन सीमा को 2 लाख रुपये से बढ़ाकर 5 लाख रुपये कर दिया था, जो कि UPI- आधारित एप्लिकेशन सपोर्टेड बाय ब्लॉक्ड अमाउंट (ASBA) इनिशियल पब्लिक ऑफर (IPO) के लिए था.