गलत तरीके से ट्रेडिंग करने वालों पर सख्त SEBI, इन 11 लोगों पर लगाया ₹55 लाख का जुर्माना, जानें मामला
SEBI Penalty on 11 Entities: सेबी ने कमल अग्रवाल, कमला बजोरिया, कमला जैन, कमलजीत कौर, कमल रामप्रसाद गुप्ता, कमल कुमार, कमलेश आहूजा, कैलाश नरोत्तमदास अनम, संजय कुमार दागा HUF प्रगमा सप्लायर्स प्राइवेट लिमिटेड और Aromatic Tie Up पर 5-5 लाख रुपए का जुर्माना लगाया है.
SEBI Penalty on 11 Entities: मार्केट रेगुलेटर सेबी (सिक्योरिटी एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया) ने 11 एंटिटी पर 55 लाख रुपए का जुर्माना ठोका है. इन 11 एंटिटी ने बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) के इललिक्विड स्टॉक ऑप्शन्स सेगमेंट पर गैर-वास्तविक ट्रेड्स किए थे, जिसके बाद सेबी ने इन लोगों पर ये जुर्माना लगाया है. बता दें कि सिक्योरिटीज एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया ने 11 अलग-अलग आदेशों को जारी किया है. सेबी ने कमल अग्रवाल, कमला बजोरिया, कमला जैन, कमलजीत कौर, कमल रामप्रसाद गुप्ता, कमल कुमार, कमलेश आहूजा, कैलाश नरोत्तमदास अनम, संजय कुमार दागा HUF प्रगमा सप्लायर्स प्राइवेट लिमिटेड और Aromatic Tie Up पर 5-5 लाख रुपए का जुर्माना लगाया है.
SEBI ने इस तरह की जांच
सेबी ने पाया कि एक्सचेंज पर आर्टिफिशियल वॉल्यूम्स को बढ़ावा मिल रहा है. सेबी ने BSE पर इललिक्विड स्टॉक ऑप्शन्स सेगमेंट में रिवर्सल ट्रेड्स को लार्ज स्कैल पर जांच किया. इस जांच में सेबी को इन लोगों के बारे में पता चला.
इसके बाद सेबी ने अप्रैल 2014 से सितंबर 2015 के बीच इस सेगमेंट से जुड़े कुछ निश्चित एंटिटी की ट्रेडिंग एक्टिविटीज़ की जांच की. जिन लोगों पर सेबी ने जुर्माना लगाया है, वो रिवर्सल ट्रेड्स में शामिल पाए गए. सेबी ने अपने 11 पन्नों के आदेश में इसकी जानकारी दी.
क्या होते हैं रिवर्सल ट्रेड्स?
बता दें कि रिवर्सल ट्रेड्स एक तरह अनुचित ट्रेड्स होते हैं. नियामक ने बताया कि ये ट्रेड्स गैर वास्तविक ट्रेड्स इसलिए होते हैं क्योंकि इन्हें ट्रेडिंग के सामान्य क्रम में निष्पादित किया जाता है, जिससे कृत्रिम वॉल्यूम उत्पन्न करने के मामले में गलत या भ्रामक उपस्थिति होती है. इस तरह के ट्रेड्स करने से PFUTP (Prohibition of Fraudulent and Unfair Trade Practices) नियमों का उल्लंघन होता है.
इसके अलावा बुधवार को सेबी ने एक और आदेश जारी किया. इस आदेश में सेबी ने 2 एंटिटी पर 20 लाख रुपए का जुर्माना लगाया है. इन दोनों ने IFL प्रमोटर्स लिमिटेड के मामले में डिस्क्लोजर नियमों का उल्लंघन किया था. इसके अलावा रेगुलेटर ने 3M Team Research के रजिस्ट्रेशन को 1 साल के लिए सस्पेंड कर दिया है क्योंकि कंपनी ने रेगुलेटरी नियमों का उल्लंघन किया था.
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