Options trading in commodity derivatives: मार्केट रेगुलेटर सेबी (Securities and Exchange Board of India) कमोडिटी डेरिवेटिव्स में ऑप्शंस ट्रेडिंग की मंजूरी दी है. लेकिन इसके लिए कई शर्तों को पूरा करना होगा. जो एक्सचेंज इसे शुरू करना चाहेंगे उन्हें पहले सेबी से मंजूरी लेनी होगी. उन इंडेक्स में ही ऑप्शन के सौदे होंगे जिनमें वायदे के सौदे किए जाते हैं. वहीं कमोडिटी ऑप्शंस की अर्जी के साथ 3 साल का डेटा भी देना होगा.ऑप्शंस वाली कमोडिटी में टॉप 10 ओपन इंटरेस्ट बताना होगा

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ऑप्शंस कॉन्ट्रैक्ट का नकद में निपटारा किया जाएगा. वहीं यूरोपियन स्टाइल ऑप्शंस किए जा सकेंगे. इसकी शुरुआत में कम से कम कॉन्ट्रैक्ट साइज 5 लाख रुपये का होगा. इंडेक्स ऑप्शन की अधिकतम कॉन्ट्रैक्ट की अवधि 12 महीने यानी एक साल होगी. इंडिविजुअल पोजीशन ओपन इंटरेस्ट के 10 फीसदी या 2000 लॉट जो भी अधिक हो वो होगा. वहीं ट्रेडिंग मेंबर पोजिशन ओपन इंटरेस्ट के 30 फीसदी या 20000 लॉट जो भी ज्यादा हो वो रहेगा.