SBI ने देश की सबसे बड़ी चीनी कंपनी के खिलाफ दायर की दिवालिया याचिका, शेयर 18% टूटा, निवेशकों के डूबे 220 करोड़
Bajaj Hindusthan at NCLT: फाइनेंशियल लेंडर SBI ने अपने वकील के माध्यम से बजाज हिंदुस्तान की कॉरपोरेट दिवाला समाधान प्रक्रिया शुरू की है. यह याचिका इनसॉल्वेंसी एंड बैंकरप्सी कोड (IBC) 2016 की धारा 7 के तहत दायर की गई है.
Bajaj Hindusthan at NCLT: देश की सबसे बड़ी चीनी कंपनी हिंदुस्तान शुगर लिमिटेड (Bajaj Hindusthan Sugar Ltd) के शेयर में 17 अगस्त 2022 को बड़ी गिरावट आई. दअसल, देश का सबसे बड़ा सरकारी बैंक भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने बजाज हिंदुस्तान शुगर के खिलाफ दिवालिया याचिका दायर की है. SBI ने फाइनेंशियल लेंडर्स के रूप में नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (NCLT) की इलाहाबाद पीठ के समक्ष यह याचिका दायर की है. इस खबर से BSE पर शेयर 18% गिरकर 52 हफ्ते के निचले स्तर 8.37 रुपये पर आ गया. शेयर में भारी गिरावट से निवेशकों को बड़ा नुकसान हुआ.
बजाज हिंदुस्तान ने स्टॉक मार्केट को बताया कि फाइनेंशियल लेंडर SBI ने अपने वकील के माध्यम से बजाज हिंदुस्तान की कॉरपोरेट दिवाला समाधान प्रक्रिया शुरू की है. यह याचिका इनसॉल्वेंसी एंड बैंकरप्सी कोड (IBC) 2016 की धारा 7 के तहत दायर की गई है.
बजाज हिंदुस्तान पर कितना बकाया
रिपोर्ट्स के मुताबिक, बजाज हिंदुस्तान शुगर पर SBI, पंजाब नेशनल बैंक (PNB), इंडियन बैंक (Indian Bank) और सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया (Central Bank of India) जैसे बैंकों का करीब 4,800 करोड़ रुपये बकाया है.
14 चीनी मिल
Bajaj Hindusthan Sugar देश की प्रमुख चीनी और एथेनॉल विनिर्माता कंपनी है. कंपनी बजाज समूह का हिस्सा है और इसका मुख्यालय मुंबई में है. कंपनी के कुल 14 चीनी मिल हैं. इसमें रोजाना 136.000 टन गन्ने की पेराई होती है. सभी मिल उत्तर प्रदेश में स्थित हैं.
जून तिमाही में 267.54 करोड़ रुपये का घाटा
चालू वित्त वर्ष 2022-23 की अप्रैल-जून तिमाही में Bajaj Hindusthan Sugar को 45 करोड़ रुपये का घाटा हुआ और इस दौरान कुल आय 1,538 करोड़ रुपये रही. पिछले वित्त वर्ष में शुगर कंपनी का कंसोलिडेटेड नेट लॉस 267.54 करोड़ रुपये रहा. इस दौरान टर्नओवर 5,607 करोड़ रुपये रहा.
18 फीसदी गिरा शेयर
बजाज हिंदुस्तान के खिलाफ दिवालिया याचिका दायर होने की खबर से 17 अगस्त 2022 को शेयर में बड़ी गिरावट आई. BSE पर शेयर 17.54 फीसदी टूटकर 8.37 रुपये के भाव पर गया, जो 52 हफ्ते का निचला स्तर है. शेयर में बड़ी गिरावट से निवेशकों की दौलत 222 करोड़ रुपये घट गई.