भारतीय रुपया डॉलर के मुकाबले रिकॉर्ड निचले स्तर पर पहुंच गया है. पहली बार रुपया 84 के नीचे फिसल गया है. दरअसल विदेशी निवेशकों ने भारतीय शेयर बाजार और बॉन्ड मार्केट में भयंकर बिकवाली की है. शुक्रवार को रुपया डॉलर के मुकाबले फिसलकर 84.0975 के स्तर तक लुढ़क गया है.

शेयर बाजार में विदेशी निवेशकों की भारी बिकवाली

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

अक्टूबर के महीने में विदेशी निवेशकों ने भारतीय शेयर बाजार में 5.7 अरब डॉलर की भारी बिकवाली की है. बॉन्ड बाजार से भी 125 मिलियन डॉलर की बिकवाली हुई है. मिडिल ईस्ट क्राइसिस के कारण क्रूड के भाव में जोरदार तेजी है जिसके कारण इंडियन करेंसी पर दबाव देखा जा रहा है.

ब्रेंट क्रूड में तेजी के कारण रुपए पर दबाव

अक्टूबर के महीने में अब तक Crude Oil का भाव 10% तक महंगा हो चुका है. इंटरनेशनल मार्केट में ब्रेंट क्रूड 78-80 डॉलर प्रति बैरल की रेंज में कारोबार कर रहा है. WTI ब्रेंट का भाव 75 डॉलर प्रति बैरल की रेंज में है.

फेडरल रिजर्व की तरफ से रेट कट अनिश्चित

भारत का फॉरेक्स रिजर्व 700 बिलियन डॉलर के करीब है. रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, रिजर्व बैंक रुपए को संभालने की लगातार कोशिश कर रहा है, लेकिन सोमवार को RBI ने इन-फॉर्मली बैंक को निर्देश दिया कि वह रुपया के खिलाफ हेवी बेटिंग करने से बचें. पहले माना जा रहा था कि अमेरिकी फेडरल रिजर्व इस साल आगे भी रेट कट करेगा, लेकिन हालिया डेटा के बाद इस बात की संभावना कम हो रही है.

डॉलर इंडेक्स में लगातार तेजी

दुनिया की छह प्रमुख करेंसी के मुकाबले डॉलर की मजबूती को बताने वाले डॉलर इंडेक्स में तेजी है और यह 102.7 पर ट्रेड कर रहा है. पिछले 9 कारोबारी सत्रों से लगातार डॉलर इंडेक्स में तेजी है. लगातार दूसरे हफ्ते इसमें तेजी है.