F&O वाले शेयरों का बदलेगा नियम, SEBI कमेटी से पैमाना बदलने के प्रस्ताव को मंजूरी
F&O Entry Rules: नए शेयर की एंट्री के लिए प्रोडक्ट सक्सेस फ्रेमवर्क होगा. अभी करीब 195 शेयर F&O में हैं. पैमाना बदलने के बाद 25 से 30 फीसदी शेयर कम हो सकते हैं. इसके बाद F&O लिस्ट में शेयरों की संख्या घटकर 160-170 हो जाएगी.
F&O Entry Rules: फ्यूचर एंड ऑप्शंस (F&O) के कारोबार में शामिल होने वाले शेयरों की एंट्री का नियम बदलने वाला है. SEBI कमेटी से पैमाना बदलने के प्रस्ताव को मंजूरी मिल रही है. अब पैमाना बदलने के लिए सर्कुलर तैयार हो रहा है और उम्मीद है कि जल्द की इसका सकुर्लर जारी होमार्केट वाइड पोजीशन लिमिट सकता है. कुछ समय बाद इस पर अमल होने शुरू हो जाएगा. अभी करीब 195 शेयर F&O में हैं. पैमाना बदलने के बाद 25 से 30 फीसदी शेयर कम हो सकते हैं. इसके बाद F&O लिस्ट में शेयरों की संख्या घटकर 160-170 हो जाएगी.
क्या होगा बदलाव?
अभी मार्केट वाइड पोजीशन लिमिट 500 करोड़ रुपये की है. इसे बढ़ाकर 1,000 करोड़ रुपये किया जा रहा है. इसके अलावा, डेली एवरेज कैश वैल्यूम 10 करोड़ के बदले 20 करोड़ रुपये का किया जा रहा है. मीडियन क्वार्टर सिग्मा साइज 25 लाख रुपये के बदले 50 लाख रुपये होगा.
नए स्टॉक्स की एंट्री के शर्त होगी कि ट्रेडिंग करने वाले मेंम्बर्स करीब 15 फीसदी या 200 ब्रोकर्स को उस स्टॉक में ट्रेडिंग करना होगा. F&O सेगमेंट में एंट्री भी लिस्टिंग के 6 महीने बाद हो इसका भी प्रस्ताव किया गया है.
क्या होगा असर?
सेबी ने F&O के शेयरों के पैमाने की आखिरी बार 2018 में समीक्षा की थी. उसके बाद अक्टूबर 2019 में एक्सपायरी के लिए फिजिकल सेटलमेंट जरूरी किया था. जानकारों का कहना है कि इससे मार्केट में वॉलेटिलिटी बढ़ जाएगी. बड़ी पोजिशन ली जा सकेगी, बड़े ट्रेड हो सकते हैं. ट्रेडिंग भी बढ़ेगी और लिक्विडिटी भी बढ़ेगी.