कृषि जिंसों में कारोबार करने वाले नेशनल कमोडिटी एंड डेरिवेटिव्स एक्सचेंज (NCDEX) को आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (IPO) लाने की अनुमति मिल गयी है. भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) ने एनसीडीईएक्स को 500 करोड़ रुपये का आईपीओ लाने की मंजूरी दी है.

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एनसीडीईएक्स (NCDEX) के आवेदन दस्तावेजों के मुताबिक इस आईपीओ में कंपनी कुल 100 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी करेगी. इसके अलावा 1.44 करोड़ वर्तमान शेयरों को बिक्री पेशकश के जरिए शेयर बाजारों के मंच पर बेचा जाएगा.

सेबी (SEBI) ने 9 अप्रैल को यह एनसीडीईएक्स (NCDEX IPO) के प्रस्ताव को हरी झंडी दिखाई थी. कंपनी ने इसके लिए फरवरी में सेबी के पास आवेदन किया था. बीएसई (BSE) और एमसीएक्स (MCX) के बाद यह तीसरी बाजार परिचालक कंपनी है जिसके शेयर बाजार (Share Market) में लिस्ट किए जाएंगे.

इस आईपीओ में एनसीडीईएक्स के वर्तमान शेयरधारक बिल्ड इंडिया कैपिटल एडवाइजर्स एलएलपी, केनरा बैंक, इंडियन फार्मर फर्टिलाइजर कोओपरेटिव, इंवेस्टकॉर्प और प्राइवेट इक्विटी फंड-1 अपने शेयर बिक्री पेशकश के लिए रखेंगे.

वहीं जेपी कैपिटल सर्विसेस, राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक (नाबार्ड), ओमान इंडिया जॉइंट इंवेस्टमेंट फंड और पंजाब नेशनल बैंक भी अपनी हिस्सेदारी बेचेंगे.

लॉन्च किया था कृषि वायदा सूचकांक

एनसीडीईएक्स ने हाल ही में  रिटर्न आधारित कृषि वायदा सूचकांक ‘एग्रीडेक्स- AgriDex' लॉन्च किया था. इसके लिए एक्सचेंज ने एनएसई इंडेक्सेज लिमिटेड के साथ समझौता किया था.

एग्रीडेक्स प्लेटफॉर्म पर 10 सबसे लिक्विड कमोडिटीज के प्रदर्शन पर नजर रखी जाती है. लिक्विड कमोडिटीज से मतलब उन कमोडिटीज से है, जिनमें सबसे ज्यादा वॉल्यूम होता है.

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नया सूचकांक कृषि वायदा बाजार (agri futures index) के लिये मजबूत संकेतक की तरह काम करेगा. निगरानी बढ़ने से कृषि वायदा कारोबार और पारदर्शी बनेगा और कृषि जिंसों के वायदा को लेकर व्यापारियों में भरोसा बढ़ेगा.