Video: रिटेल निवेशकों को पता चल गया पैसा कमाने का सीक्रेट? और स्मार्ट हो गए हैं इन्वेस्टर्स, देखें रिपोर्ट
Retail Investors: महामारी के दौरान रिटल निवेशकों ने भारतीय बाजारों को लिक्विडिटी की वैक्सीन दी है. ICICI डायरेक्ट की एक रिपोर्ट में बताया गया है कि रिटेल निवेशक कैसे सही समय पर मुनाफा निकाल रहे है और कैसे गिरावट पर खरीदने का ट्रेंड बनता जा रहा है.
शेयर बाजार में निवेश को लेकर एक नया ट्रेंड दिख रहा है. कोविड-19 महामारी के बाद रिटेल निवेशकों के निवेश के तरीकों में बड़ा बदलाव आया है. एक रिपोर्ट में सामने आया है कि रिटेल इन्वेस्टर्स मार्केट में निवेश को लेकर ज्यादा स्मार्ट हो गए हैं. ICICI डायरेक्ट की एक रिपोर्ट आई है, जिसमें बताया गया है कि रिटेल निवेशक कैसे सही समय पर मुनाफा निकाल रहे है और कैसे गिरावट पर खरीदने का ट्रेंड बनता जा रहा है. महामारी के दौरान रिटल निवेशकों ने भारतीय बाजारों को लिक्विडिटी की वैक्सीन दी है.
ICICI Direct की रिपोर्ट में क्या है खास?
रिपोर्ट में सामने आया है कि पिछले तीन सालों में दो बड़ी और एक छोटी गिरावट देखी गई, लेकिन इन्हें लेकर रिटेल निवेशकों की शानदार प्रतिक्रिया रही. जब-जब विदेशी संस्थागत निवेशकों ने बिकवाली की है, तब-तब रिटेल निवेशकों ने खरीदारी के साथ इसे सपोर्ट किया है और मजबूती से आगे बढ़ रहे हैं. घरेलू स्तर पर नकदी की स्थिति मजबूत ही नहीं स्मार्ट हुई है. गिरावट आने पर ये खरीदारी के अच्छे मौके ढूंढ रहे हैं, इससे लिक्विडिटी आती है और तेजी आने से
मुनाफावसूली भी करते हैं.
रिपोर्ट में कहा गया है कि वॉलेटिलिटी को बेहतर प्ले कर रहे हैं. मंथली म्यूचुअल फंड इन्फ्लो भी बढ़ा है. 2020 के फरवरी-मार्च में इन्फ्लो बढ़कर 8,500 करोड़ हो गया. कोविड के पहले यह 4,500 करोड़ था. नवंबर 2021 से जून 2022 के बीच औसत मंथली इन्फ्लो 15,500 करोड़ रुपये रहा है. मंथली SIP अप्रैल, 2016 में जहां 3100 करोड़ था, वहीं अक्टूबर, 2022 में बढ़कर सीधे 14,000 करोड़ हो गया है.
मुनाफावसूली भी जमकर हुई है. रिटेल इन्वेस्टर्स ने जुलाई 2020 से फरवरी 2021 के बीच पोस्ट कोविड रैली में औसत निकासी 5,850 करोड़ रुपये प्रति महीना की है. अगस्त 2022-अक्टूबर 2022 के बीच लाइफ हाई के पास पैसे भी निकाले हैं.
कैसे बढ़ी है स्मार्टनेस? कैसे बदला है माइंडसेट?
Zee Business के मैनेजिंग एडिटर और मार्केट गुरु अनिल सिंघवी ने कहा कि अब चीजें काफी बदल गई हैं. अब लोगों को समझ आने लगा है कि इसे इन्वेस्टमेंट के तौर पर देखना है. निफ्टी की रैली लगातार बनी हुई है. सस्टेनेबल ग्रोथ दिखा है. बाजार जब भी गिरा है तो फिर रिकवर होकर नई ऊंचाई पर गया है. इसके अलावा, अब लोगों ने अपना इंटेलेक्चुअल लेवल बढ़ा लिया है, लोग खुद दिलचस्पी लेते थे. लोगों की जानकारी के लिए भूख बढ़ी है. अब सुनी-सुनाई बातों पर नहीं चलते, खुद जानना चाहते हैं कि बाजार कैसे काम करता है, अलग-अलग टर्म्स क्या होते हैं, इससे भी बाजार में उनकी संख्या बढ़ी है और और बाजार को मजबूती मिली है.
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