राधाकिशन दमानी, विजय केडिया, रेखा झुनझुनवाला और डॉली खन्ना जैसे दिग्गज निवेशकों की पहली पसंद कम या बिना कर्ज वाली कंपनियां बन गई हैं. ट्रेंडलाइन के एक रिपोर्ट के अनुसार, दिग्गज निवेशकों के बीच एक दिलचस्प प्रवृत्ति कम या बिना कर्ज वाली कंपनियों को प्राथमिकता देना है. उदाहरण के लिए, विजय केडिया (Vijay Kedia) की टॉप 3 होल्डिंग्स, अतुल ऑटो (Atul Auto), तेजस नेटवर्क (Tejas Network) और एलेकॉन इंजीनियरिंग (Elecon Engineering), जो उनके पोर्टफोलियो का आधा हिस्सा हैं, पर या तो मिनिमम डेट है या डेट-फ्री हैं.

निवेश पर 100% तक रिटर्न

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कम डेट को उच्च राजस्व बढ़ोतरी के साथ संयोजित करने की रणनीति ने उनके लिए रिजल्ट दिए हैं. मिड और स्मॉल-कैप स्टॉक, जो अपने उच्च जोखिम-इनाम अनुपात के लिए जाने जाते हैं, ने केडिया जैसे निवेशकों को उच्च रिटर्न दिया है. उनकी शीर्ष तीन में से दो होल्डिंग्स में पिछले वर्ष की तुलना में लगभग 100% की बढ़ोतरी हुई है. केडिया की कुल संपत्ति वित्तीय वर्ष 24 की पहली और दूसरी तिमाही में क्रमशः 65% और 40% बढ़ी. ट्रेंडलाइन के अनुसार, कुल मिलाकर, पिछले वर्ष में उनके पोर्टफोलियो में 88% की बढ़ोतरी हुई है, जिससे वह रेखा झुनझुनवाला के बाद दूसरे सबसे अच्छे प्रदर्शन करने वाले शख्स बन गए हैं. 

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रेखा झुनझुनवाला की नेटवर्थ में 209% की ग्रोथ

रेखा झुनझुनवाला अपनी नेटवर्थ में 209% की ग्रोथ के साथ इस सूची में सबसे आगे हैं. यह तेज ग्रोथ काफी हद तक उनके दिवंगत पति राकेश झुनझुनवाला (Rakesh Jhunjhunwala) के पोर्टफोलियो को विरासत में मिलने और टाइटन (Titan) में उनकी हिस्सेदारी लगातार बढ़ने के कारण है. इसके अलावा, टाइटन और टाटा मोटर्स उनकी शीर्ष दो होल्डिंग्स में पिछले वर्ष के दौरान 24% और 57% की बढ़ोतरी हुई है.

वित्त वर्ष 23 की तीसरी और चौथी तिमाही में उच्च अस्थिरता के बावजूद, अधिकांश दिग्गज निवेशकों की कुल संपत्ति में एक साल के बदलाव से कुल मिलाकर काफी बढ़ोतरी हुई है. विश्लेषण में कहा गया है कि निवेश में बने रहने और बाजार गिरने पर निवेश जोड़ने की उनकी रणनीति ने पिछले साल अधिकांश सुपरस्टार निवेशकों की नेट एसेट बढ़ाने में मदद की है.

आशीष कचोलिया और अनिल कुमार गोयल भी पीछे नहीं

पिछले तीन वर्षों में आशीष कचोलिया और अनिल कुमार गोयल की शीर्ष होल्डिंग्स की औसत रेवेन्यू ग्रोथ 100% से अधिक हो गई है. नतीजतन, पिछले वर्ष में उनकी नेटवर्थ में क्रमशः 38 % और 35% की उल्लेखनीय बढ़ोतरी हुई है. सनटेक रियल्टी और लक्ष्मी मशीन वर्क्स जैसी उनकी शीर्ष होल्डिंग्स के कमजोर प्रदर्शन के कारण मोनिश परबाई और नेमिश शाह ने अपने नेटवर्थ में मध्यम बढ़ोतरी देखी है. सुनील सिंघानिया के पोर्टफोलियो में अलग-अलग क्षेत्रों में फैले 28 स्टॉक हैं. ट्रेंडलाइन के अनुसार, उनकी शीर्ष तीन में से दो होल्डिंग्स में 100% से अधिक की बढ़ोतरी हुई है, जिससे पिछले वर्ष में उनकी नेटवर्थ में 30% से अधिक की बढ़ोतरी हुई है.

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राधाकिशन दमानी और डॉली खन्ना को झटका

इसके विपरीत, दो सुपरस्टार निवेशकों डॉली खन्ना (Dolly Khanna) और राधाकिशन दमानी (Radhakishan Damani) ने पिछले वर्ष के दौरान नेटवर्थ में गिरावट दर्ज की है. दमानी के पोर्टफोलियो का 95 फीसदी से ज्यादा हिस्सा एवेन्यू सुपरमार्ट्स में निवेश किया गया था, जिसमें पिछले साल 8 फीसदी की गिरावट आई थी. दूसरी ओर, खन्ना ने वित्तीय वर्ष 23 की तीसरी और चौथी तिमाही में कई होल्डिंग्स में अपनी हिस्सेदारी में कटौती की, जिससे उनकी नेटवर्थ में गिरावट आई है.