भारतीय रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति बैठक के नतीजे, वृहद आर्थिक आंकड़ों, रुपये की चाल तथा कच्चे तेल की कीमतों से इस सप्ताह शेयर बाजारों की दिशा तय होगी. विशेषज्ञों ने यह राय प्रकट की है. गांधी जयंती पर मंगलवार को बाजार बंद रहेंगे. जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘बाजारों में कमजोरी की धारणा उस समय तक जारी रहेगी जब तक कि वित्तीय बाजारों में स्थिरता नहीं आती है.’’

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शुक्रवार को ब्याज दरों का ऐलान करेगा रिजर्व बैंक

रिजर्व बैंक शुक्रवार को ब्याज दरों का ऐलान करेगा. पिछली मौद्रिक समीक्षा बैठक में केंद्रीय बैंक ने प्रमुख नीतिगत दर रेपो दर को चौथाई प्रतिशत बढ़ाकर 6.50 प्रतिशत कर दिया था. एपिक रिसर्च के मुख्य कार्यकारी अधिकारी मुस्तफा नदीम ने कहा, ‘‘रिजर्व बैंक के नीतिगत दरों पर फैसले सबसे महत्वपूर्ण रहेगा। इस पर सभी की निगाह होगी.’’विशेषज्ञों का कहना है कि विनिर्माण और सेवा क्षेत्र के लिए पीएमआई आंकड़ों से भी कारोबारी धारणा प्रभावित होगी. निवेशकों की निगाह गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियों (एनबीएफसी) पर भी रहेगी। यह क्षेत्र नकदी संकट से जूझ रहा है.  

रुपये और तेल के दामों में उतार चढ़ाव पर रहेगी नजर

विशेषज्ञों ने कहा कि रुपये का उतार-चढ़ाव तथा कच्चे तेल की कीमतें भी बाजार की दिशा के लिए महत्वपूर्ण होंगी. सैमको सिक्योरिटीज के संस्थापक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी जिमीत मोदी ने कहा, ‘‘आगे चलकर चीजें बेहतर होंगी क्योंकि कंपनियों के दूसरी तिमाही के नतीजे आने शुरू हो जाएंगे. रिजर्व बैंक यदि चौथी द्विमासिक मौद्रिक समीक्षा में ब्याज दरों में चौथाई प्रतिशत की और वृद्धि करता है, तो इसका बाजार पर प्रभाव देखने को मिलेगा.’’