INS Vikrant: नौसेना में पहला स्वदेशी विमान वाहक पोत आईएनएस विक्रांत (INS Vikrant) शामिल हुआ है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने कोचीन में आईएनएस विक्रांत को देश को समर्पित कर दिया. कोचीन शिपयार्ड पर तैयार किए गए इस विमान वाहक पोत के निर्माण में 20,000 करोड़ रुपये की लागत आई है. INS Vikrant के नौसेना में शामिल होने से कोचीन शिपयार्ड (Cochin Shipyard Ltd) के शेयर में 4% तक तेजी दर्ज की गई.

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INS विक्रांत के हर भाग की अपनी एक खूबी है, एक ताकत है, अपनी एक विकासयात्रा भी है. ये स्वदेशी सामर्थ्य, स्वदेशी संसाधन और स्वदेशी कौशल का प्रतीक है. इसके एयरबेस में जो स्टील लगी है, वो स्टील भी स्वदेशी है. आज INS विक्रांत ने देश को एक नए विश्वास से भर दिया है, देश में एक नया भरोसा पैदा कर दिया है.

52 हफ्ते की नई ऊंचाई पर Cochin Shipyard का स्टॉक

INS Vikrant को कोचीन शिपयार्ड पर तैयार किया गया है. इस विमान वाहक पोत को बनाने में 20 हजार करोड़ रुपये लगे हैं. नौसेना में शामिल होने की खबर से आज Cochin Shipyard के शेयरों में तेजी आई. BSE पर शेयर 3.9 फीसदी चढ़कर 394.15 रुपये पर पहुंचा. यह 52 हफ्ते का नया हाई है.

INS Vikrant की खासियतें-

  • INS विक्रांत के हर भाग की अपनी एक खूबी है.
  • इसमें 30 एयरक्राफ्ट रखने की क्षमता है.
  • 15 डेक, मल्टी-स्पेशलिटी अस्पताल, पूल. 
  • वहीं इसमें महिला अवसरों के लिए स्पेशल केबिन खुलवाया गया है.
  • इसका वजन 40,000 टन है.
  • इसकी लंबाई 262 मीटर है.
  • वहीं इसकी चौड़ाई 62 मीटर है. 
  • 2,300 डिब्बों में 1,700 नाविकों के लिए जगह है.