ट्रेड वॉर के चलते घटती मांग के बीच अमेरिका में कच्चे तेल का भंडार बढ़ने से इंटरनेशनल मार्केट में कच्चे तेल के दाम में 5 फीसदी गिरावट आई है, जबकि घरेलू वायदा बाजार में 6 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई. कच्चे तेल का दाम बीते 7 महीने के निचले स्तर पर आ गया है. इसका असर भारत में पेट्रोल-डीजल की कीमतों पर साफ देखने को मिल रहा है. 

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यहां गुरुवार को पेट्रोल और डीजल के दामों में कटौती की गई. गुरुवार को पेट्रोल के रेट में 5 पैसे प्रति लीटर की गिरावट आई थी, जबकि डीजल 6 पैसे प्रति लीटर सस्ता हुआ. दिल्ली में गुरुवार सुबह पेट्रोल 5 पैसे गिरकर 72.23 रुपये प्रति लीटर पर और डीजल 6 पैसे की टूटकर 65.88 रुपये के स्तर पर पहुंच गया.

चार महानगरों में पेट्रोल-डीजल के रेट

दिल्ली में गुरुवार सुबह पेट्रोल के रेट 72.23 रुपये प्रति लीटर के स्तर पर पहुंच गए. वहीं डीजल 65.88 रुपये प्रति लीटर के स्तर पर बिक रहा है. गुरुवार सुबह कोलकाता, मुंबई और चेन्नई में पेट्रोल का रेट क्रमश: 74.92 रुपये, 77.89 रुपये और 75.04 रुपये प्रति लीटर के स्तर पर पहुंच गए. तीन दिन बाद डीजल में हुई गिरावट से भाव कोलकाता, मुंबई और चेन्नई में पेट्रोल का रेट क्रमश: 68.15 रुपये, 69.06 रुपये और 69.60 रुपये प्रति लीटर के स्तर पर पहुंच गया.

इंटरनेशनल मार्केट में भी गिरावट

बेंच मार्क ब्रेंड क्रूड का भाव अप्रैल के बाद 19 डॉलर प्रति बैरल तक टूट चुका है. ब्रेंट क्रूड 25 अप्रैल, 2019 को 75.60 डॉलर प्रति बैरल तक चला गया था, जोकि इस साल का सबसे ऊंचा स्तर है.

मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) पर बुधवार रात 21.08 बजे कच्चे तेल के अगस्त वायदा में 231 रुपये यानी 5.99 फीसदी की गिरावट के साथ 3,627 रुपये प्रति बैरल पर कारोबार चल रहा था.

वहीं, अंतर्राष्ट्रीय वायदा बाजार इंटरकांटिनेंटल एक्सचेंज (आईसीई) पर ब्रेंट क्रूड के अक्टूबर वायदा अनुबंध में 2.67 डॉलर यानी 4.53 फीसदी की गिरावट के साथ 56.27 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार चल रहा था, जबकि कारोबार के दौरान भाव 56.10 डॉलर प्रति बैरल तक गिरा। इससे पहले तीन जनवरी, 2019 को ब्रेंट क्रूड आईसीई पर 55.95 डॉलर प्रति बैरल पर बंद हुआ था.