पेट्रोल और डीजल की कीमतें अचानक चढ़ने लगी हैं. इसका कारण सऊदी अरब की तेल रिफायनरी पर हुआ हमला है. सऊदी अरब ने फौरी तौर पर प्रोडक्‍शन कट कर दिया, जिससे क्रूड की कीमत 7% से अधिक ऊपर चली गईं. इससे भारत में शुक्रवार को पेट्रोल की कीमत 35 पैसे/लीटर बढ़ गई. यह 2 महीने में सबसे बड़ा इजाफा है. इस बीच, यमन के विद्रोही हैती समूह ने एक और हमला करने की चेतावनी दी है. उसका कहना है कि वह अब UAE की तेल रिफायनरी पर बम गिराएगा. इस हमले का भारत पर बड़ा प्रभाव पड़ेगा. क्योंकि भारत सऊदी अरब के साथ-साथ UAE से भी तेल खरीदता है.

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

क्‍या कहा धमकी में

हैती समूह ने सऊदी अरब के साथ ही UAE की तेल रिफायनरी पर हमले की चेतावनी दी है. इसमें कहा गया है कि उनके पास इस देश के अंदर प्रवेश करने में सक्षम ड्रोन (Drone) हैं. एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, हैती के एक कमांडर ने कहा कि सऊदी अरब में हमला यूएई के लिए भी एक संदेश है.

भारत क्‍यों डरे धमकी से

अगर विद्रोही हमला दोहराते हैं तो इससे UAE भी तेल उत्‍पादन घटा सकता है. यानि भारत को तेल मिलने में और कटौती हो सकती है. पहले ही सऊदी अरब तेल उत्‍पादन में लगभग 50 लाख बैरल तेल प्रतिदिन की कमी कर चुका है. हालांकि भारत का दूसरा सबसे बड़ा तेल आपूर्तिकर्ता सऊदी अरब प्रति महीने लगभग 20 लाख टन क्रूड बेचता है. सितंबर के लिए इसमें से 12-13 लाख टन क्रूड भारत आ चुका है. शेष आना बाकी है.

तेल इम्‍पोर्ट बिल बढ़ेगा

तेल की कीमतों में अचानक इस तेजी से भारत में तेल इम्‍पोर्ट बिल और व्यापार घाटा बढ़ेगा. भारत ने 2018-19 में तेल आयात पर 111.9 अरब डॉलर खर्च किया था. तेल मंत्रालय के पेट्रोलियम प्लानिंग एंड एनालिसिस (PPAC) के आंकड़े के अनुसार, साल 2017 के बाद से भारत की तेल पर निर्भरता बढ़ रही है. 2018-19 में भारत की तेल खपत बढ़कर 21.12 लाख टन हो गई.

क्रूड में लगी आग

क्रूड ऑयल की कीमत 19-20 प्रतिशत बढ़कर 71 डॉलर प्रति बैरल हो गई है, जो पिछले 3 दशक में सर्वाधिक हैं. सऊदी अरब ने 2018-19 कारोबारी साल में भारत को 4.033 करोड़ टन क्रूड बेचा, वहीं भारत ने 20.73 लाख टन तेल की आपूर्ति की है.