1 अप्रैल से एक रुपए तक महंगा बिकेगा पेट्रोल-डीजल, जानिए क्या है कारण
पेट्रोल (Petrol) और डीजल (Diesel) 1 अप्रैल 2020 से 1 रुपए तक महंगा हो जाएगा. क्योंकि 1 अप्रैल 2020 से देश में नया एमिशन नॉर्म भारत स्टेज 6 (BS-VI) लागू हो रहा है.
पेट्रोल (Petrol) और डीजल (Diesel) 1 अप्रैल 2020 से 1 रुपए तक महंगा हो जाएगा. क्योंकि 1 अप्रैल 2020 से देश में नया एमिशन नॉर्म भारत स्टेज 6 (BS-VI) लागू हो रहा है. इससे पेट्रोल पंप पर BS-VI एमिशन नॉर्म वाला पेट्रोल-डीजल बिकेगा. यह यूरो-मानकों के अनुरूप है. एयर पॉल्यूशन पर कंट्रोल करने के लिए वाहनों का कार्बन एमिशन घटाने की योजना है. इसलिए 1 अप्रैल से BS-VI मानकों वाले ईंधन का इस्तेमाल होगा.
जानकारों की मानें तो दिल्ली-NCR क्षेत्र में एयर पॉल्यूशन की बड़ी वजह वाहनों से फैलने वाला धुंआ है. देश की सबसे बड़ी पेट्रोलियम कंपनी इंडियन ऑइल कॉरपोरेशन (IOC) के चेयरमैन संजीव सिंह के मुताबिक कंपनी की सभी रिफाइनरी में BS-VI मानकों वाले तेल का उत्पादन शुरू हो गया है. इन रिफाइनरी से तेल की डिलिवरी होगी और अगले महीने तक देश के डिपो में पहुंच जाएंगी. हम एक अप्रैल की डेडलाइन को लेकर चल रहे हैं और उस दिन से देश में पेट्रोल और डीजल BS-VI मानकों वाले ही बिकेंगे.
फिल्हाल दिल्ली, कोलकाता, मुंबई और चेन्नै में पेट्रोल का दाम शुक्रवार को घटकर क्रमश: 73.27 रुपये, 75.90 रुपये, 78.88 रुपये और 76.09 रुपये प्रति लीटर हो गया. वहीं, चारों महानगरों में डीजल की कीमत भी घटकर क्रमश: 66.26 रुपये, 68.64 रुपये, 69.47 रुपये और 70.01 रुपये प्रति लीटर हो गई है.
दिल्ली में पेट्रोल का दाम 73.36 रुपये प्रति लीटर और डीजल का 66.36 रुपये लीटर है. IOC ने BS-VI ईंधन के लिए अपनी रिफाइनरियों को अपग्रेड किया है. इसमें 17,000 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं. वहीं उद्योग ने करीब 30,000 करोड़ रुपये खर्च किए हैं.
सिंह ने कहा कि BS-VI मानक वाले पेट्रोल और डीजल का अंतरराष्ट्रीय मानक भाव BS-IV के मुकाबले अधिक है. चूंकि घरेलू ईंधन की दरें सीधे वैश्विक दरों से जुड़ी हैं, ऐसे में पेट्रोल पंपों को तेल की कीमतें बढ़ानी पड़ेंगी. उन्होंने कहा कि कितनी बढ़ोतरी होगी, इस पर गौर किया जा रहा है, लेकिन बढ़ोतरी बहुत ज्यादा नहीं है.
सिंह ने कहा कि हालांकि अभी सही बढ़ोतरी पर काम किया जा रहा है, वैसे बढ़ोतरी 50 पैसे से 1 रुपये प्रति लीटर हो सकती है. BS-VI मानक वाला तेल अति स्वच्छ ईंधन हैं. इसमें सल्फर की मात्रा प्रति मिलियन (10 लाख) (पीपीएम) प्रति 10 अंश होगा, जो BS-IV ईंधन में 50 पीपीएम है. भारत चरण-6 डीजल उत्सर्जन मानक सीएनजी की तरह और यहां तक कि उससे भी बेहतर माना जाता है.