चाइनीज लोन ऐप मामले में Paytm पर ED के एक्शन से 6% से ज्यादा टूटा स्टॉक्स, निवेशकों के 3000 करोड़ डूबे
Paytm Share Price: पेटीएम का स्टॉक सोमवार को शुरुआती कारोबार में 6 फीसदी से अधिक टूट गया. BSE पर शेयर 6.3% गिरकर 681.20 रुपये के स्तर पर आ गया. स्टॉक में गिरावट से इसके निवेशकों को बड़ा नुकसान हुआ. उनकी दौलत 3,000 करोड़ रुपये से ज्यादा घट गई.
Paytm Share Price: देश की बड़ी डिजिटल पेमेंट कंपनी पेटीएम (Paytm) की पैरेंट कंपनी वन97 कम्युनिकेशंस लिमिटेड (One 97 Communications Ltd) के शेयर में सोमवार (5 सितंबर 2022) को बड़ी गिरावट आई. शेयर में गिरावट चाइनीज लोन ऐप मामले में प्रवर्तन निदेशालय (Enforcement Directorate) द्वारा पेटीएम के बेंगलुरु ऑफिस में छापा मारे जाने खबर के चलते आई है. Paytm के स्टॉक में गिरावट से इसके निवेशकों को बड़ा नुकसान हुआ. उनकी दौलत 3,000 करोड़ रुपये से ज्यादा घट गई.
6% से ज्यादा गिरा Paytm Stock
पेटीएम का स्टॉक सोमवार को शुरुआती कारोबार में 6 फीसदी से अधिक टूट गया. BSE पर शेयर 6.3% गिरकर 681.20 रुपये के स्तर पर आ गया. फिलहाल, स्टॉक 2.80 फीसदी की गिरावट के साथ 707.20 रुपये के भाव पर है. पेटीएम का इंट्रा-डे लो 681.20 रुपये प्रति शेयर रहा. स्टॉक इश्यू प्राइस 2,150 रुपये से 68 फीसदी डिस्काउंट पर है.
इस साल निवेशकों की दौलत 45% घटी
साल 2022 में Paytm के स्टॉक ने निवेशकों की 45 फीसदी दौलत डूबो दी है. इस दौरान सेंसेक्स सिर्फ 0.6 फीसदी गिरा है. 5 सितंबर 2022 को स्टॉक 6% से ज्यादा टूटा. इससे कुछ ही मिनटों में निवेशकों की दौलत 3,000 करोड़ रुपये डूब गई. शुक्रवार को स्टॉक 727.55 रुपये पर बंद हुआ था. इस भाव पर कंपनी का मार्केट कैप 47,208.97 रुपये था. आज इंट्रा-डे लो 681.20 रुपये पर मार्केट कैप 3,007.54 रुपये घटकर 44,201.43 करोड़ रुपये हो गया.
Paytm ने दी सफाई
डिजिटल पेमेंट प्लेटफॉर्म Paytm ने उन मर्चेंट से किसी भी तरह का संबंध होने से इनकार किया जो चीनी कर्ज ऐप मामले में ईडी की जांच के दायरे में हैं. कंपनी ने कहा कि ईडी ने जिन फंड पर भी रोक लगाई हैं उनमें से कोई भी समूह या समूह की किसी कंपनी से संबंधित नहीं है.
पेटीएम ने शेयर बाजारों को दी गई सूचना में कहा, कुछ मर्चेंट के खिलाफ जारी जांच के सिलसिले में ईडी ने उन मर्चेंट से जुड़ी जानकारियां मांगी थी जिन्हें हम भुगतान समाधान देते हैं. हम यह स्पष्ट कर देना चाहते हैं कि ये मर्चेंट स्वतंत्र निकाय हैं और इनमें से कोई भी हमारे समूह की इकाई नहीं है.
बता दें कि ED ने चीनी नागरिकों के नियंत्रण वाले ऐप आधारित इंस्टैंट लोन आवंटन में कथित अनियमितताओं की जांच के सिलसिले में ऑनलाइन पेमेंट प्लेटफॉर्म्स रेजरपे, पेटीएम और कैशफ्री के बेंगलुरु स्थित परिसरों पर छापेमारी की थी. प्रवर्तन निदेशालय ने छापेमारी में चीनी नियंत्रित इन कंपनियों के मर्चेंट आईडी और बैंक खातों में जमा 17 करोड़ रुपये जब्त कर लिए.