भारत के ऑर्गनाइज्ड ज्वैलरी इंडस्ट्री के रेवेन्यू में वित्त वर्ष 2025-26 में 17 फीसदी की वृद्धि होने का अनुमान है. इंडिया रेटिंग्स की बुधवार को जारी एक रिपोर्ट मे यह बात कही गई है. रिपोर्ट में कहा गया है कि शादी-विवाह के सीजन और निवेश की मांग के कारण आभूषण उद्योग के रेवेन्यू में बढ़ोतरी होगी. रिपोर्ट कहती है, ‘‘शादियों में सोने की मांग रहती है. यही वजह है कि सोने के आभूषणों की मांग बनी रहेगी. इसके अलावा, मौजूदा वैश्विक भू-राजनीतिक एवं व्यापक आर्थिक अनिश्चितता और परिसंपत्ति वर्ग की तुलना में सर्राफा के बेहतर प्रदर्शन को देखते हुए निवेश की मांग को बढ़ावा मिलने की संभावना है.’’ 

अभी ऑपरेटिंग प्रॉफिट पर रहेगा थोड़ा दबाव

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

रिपोर्ट में कहा गया है कि इसके अलावा कामकाज के संचालन के उच्च मानकों वाले कंपनियों को बेहतर वित्त की उपलब्धता से लाभ पहुंचेगा. इंडिया रेटिंग्स को उम्मीद है कि प्रतिस्पर्धी दबावों के कारण वित्त वर्ष के दौरान परिचालन लाभ मार्जिन सीमित दायरे में रहेगा. इसके कारण कंपनियों को ज्यादा रियायतें देनी पड़ेंगी, विज्ञापन पर अधिक खर्च करना पड़ेगा.

6 लाख करोड़ की ओवरऑल ज्वैलरी इंडस्ट्री

भारतीय आभूषण उद्योग में संगठित क्षेत्र की हिस्सेदारी, जिसका मूल्य 6,000 अरब रुपए से अधिक है, वित्त वर्ष 2020-21 के 30 फीसदी से बढ़कर 2023-24 में लगभग 40 फीसदी हो गया है. बाजार हिस्सेदारी में 10 फीसदी की और वृद्धि के साथ यह 2028-29 तक लगभग 50 फीसदी तक पहुंच जाएगी.’’