कच्चे तेल की कीमतों में आएगी तेजी, ओपेक+ देश नवंबर से रोजाना 20 लाख बैरल कम करेंगे प्रोडक्शन
Crude Oil Price: कोविड-19 महामारी (COVID-19 Pandemic) की शुरुआत के बाद ओपेक प्लस के वियना मुख्यालय में ऊर्जा मंत्रियों की पहली आमने-सामने की बैठक में नवंबर से उत्पादन में प्रतिदिन 20 लाख बैरल की कटौती करने का फैसला किया गया.
Crude Oil Price: तेल निर्यातक देशों के संगठन ओपेक और सहयोगियों (OPEC+) देशों ने कीमतों में तेजी लाने के लिए कच्चे तेल (Crude Oil) के उत्पादन में बड़ी कटौती करने का फैसला किया है. यह कदम संघर्ष कर रही ग्लोबल इकोनॉमी के लिए एक और झटका होगा. कोविड-19 महामारी (COVID-19 Pandemic) की शुरुआत के बाद ओपेक प्लस के वियना मुख्यालय में ऊर्जा मंत्रियों की पहली आमने-सामने की बैठक में नवंबर से उत्पादन में प्रतिदिन 20 लाख बैरल की कटौती करने का फैसला किया गया.
इससे पहले OPEC+ ने पिछले महीने उत्पादन में सांकेतिक कटौती की थी. हालांकि, महामारी के दौरान उत्पादन में बड़ी कटौती की गई थी लेकिन पिछले कुछ माह से निर्यातक देश उत्पादन में बड़ी कटौती से बच रहे थे.
क्यों लिया गया तेल उत्पादन में कटौती का फैसला?
OPEC+ ने बयान में कहा कि यह फैसला ग्लोबल इकोनॉमी और कच्चे तेल के मार्केट आउटलुक में अनिश्चितता को देखते हुए लिया गया है. हालांकि, उत्पादन में कटौती से तेल के दाम और उससे बनने वाले पेट्रोल की कीमत पर विशेष असर नहीं पड़ेगा क्योंकि ओपेक प्लस के सदस्य पहले ही समूह द्वारा तय किए गए ‘कोटा’ को पूरा नहीं कर पा रहे हैं.
ब्रेंट 3 हफ्ते की ऊंचाई पर
कच्चे तेल के भाव में उछाल आया है. ब्रेंट क्रूड का भाव 2.25 फीसदी बढ़कर 93.76 डॉलर प्रति बैरल हो गया है. वहीं डब्ल्यूटीआई क्रूड की कीमत 0.40 फीसदी चढ़कर 88.16 डॉलर प्रति बैरल हो गई.