प्याज की कीमतों (Onion Price) से आम आदमी तो परेशान है ही, साथ ही प्याज (Onion) ने राजनीति में भी भूचाल खड़ा कर दिया है. केंद्र सरकार (Central Government) खुद आगे आकर प्याज के दामों को कंट्रोल करने और सप्लाई बढ़ाने के लिए काम कर रही है. दिल्ली में कंट्रोल रेट पर प्याज बेचा जा रहा है. प्याज पर काबू पाने के लिए विदेशों से प्याज इंपोर्ट किया जा रहा है.

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अफगानिस्तान (Afghanistan) से प्याज की एक बड़ी खेप भारत पहुंच रही है. देश की पश्चिमी सीमा से लगे सूबे पंजाब के विभिन्न शहरों में पिछले कुछ दिनों से अफगानी प्याज बिकने लगा है. अफगानिस्तान से जल्द ही 30-35 गाड़ी प्याज देश में आने वाला है जिसकी लोडिंग हो चुकी है.

भारत में प्याज के दामों में इजाफा होने होने पर अफगानिस्तानी व्यापारी यहां के बाजारों में प्याज बेचने के लिए आए हुए हैं. इस समय अमृतसर और लुधियाना में अफगानी प्याज 30-35 रुपये प्रति किलो बिक रहा है. दिल्ली की मंडियों में भी अफगानी प्याज की आमद शुरू हो जाएगी, जिससे प्याज की कीमतों में और गिरावट आएगी.

उधर, कर्नाटक से प्याज की नई फसल की आवक दिल्ली की आजादपुर मंडी में शुरू हो गई. कर्नाटक से 125 टन नया प्याज आया है और आने वाले दिनों में नए प्याज की आवक और बढ़ सकती है.

आजादपुर मंडी में बुधवार को प्याज का थोक भाव 40 रुपये से नीचे आया. दिल्ली में प्याज का थोक भाव 25-38 रुपये प्रति किलो हो गया है, जोकि पिछले सप्ताह 50 रुपये प्रति किलो हो गया था.

बता दें कि देश के सबसे बड़े प्याज उत्पादक राज्य महाराष्ट्र समेत दक्षिण भारत के राज्यों में बारिश होने से प्याज की फसल खराब होने और नई फसल की तैयारी में देरी होने से प्याज की कीमतों में जोरदार इजाफा हुआ है.