कुछ दिनों की नरमी के बाद कच्चे तेल में फिर से उबाल देखने को मिल रहा है. ब्रेंट का भाव 66 डॉलर प्रति बैरल (159 लीटर) के पार हो गया है. डबल्यूटीआई क्रूड का भाव 59 डॉलर प्रति बैरल के ऊपर है. कल के कारोबार से आज 2 फीसदी की ज्यादा की तेजी देखी जा रही है. मल्टी कमोडिटी एक्चेंज (एमसीएक्स) पर कच्चे तेल का भाव 4100 रुपये के पार चला गया है. 

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ईआईए के मुताबिक, पिछले हफ्ते अमेरिका में क्रूड ऑयल का स्टॉक 1.28 करोड़ बैरल घटा है. जबकि मार्केट का अनुमान स्टॉक 25 लाख बैरल घटने का था. मार्केट के अनुमान के मुकाबले क्रूड में लगभग 5 गुना की कमी देखने को मिली है. स्टॉक में इस बड़ी कमी का असर बाजार पर देखने को मिल रहा है. दूसरी तरफ, अमेरिका और चीन के बीच ट्रेड डील पूरी होने के संकेत से भी बाजार में उछाल आया है, क्योंकि ये दोनों ही देश क्रूड के बड़े उपभोक्ता हैं. 

अमेरिका और ईरान के बीच चल रहे तनाव के हालात बने हुए हैं, रिश्ते और ज्यादा बिगड़ रहे हैं. इस तनाव के चलते ईरान से तेल की आपूर्ति कम हो सकती है, जिसके चलते भी तेल में तेजी का रुख बना हुआ है. 

 

एनर्जी एक्सपर्ट नरेंद्र तनेजा ने क्रूड पर इस तेजी के बारे में बताया कि अमेरिका और चीन के बीच चल रही टशन को लेकर बाजार में चिंता बनी हुई है. उन्होंने बताया कि अमेरिका में चुनाव की तैयारियां चल रही हैं इसलिए डोनाल्ड ट्रंप का तेल को लेकर सारा खेल राजनीतिक है. इसलिए तेल में कभी उछाल तो कभी गिरावट का दौर चलता रहेगा. क्रूड ऑयल 55 से लेकर 70 डॉलर के बीच झूलता रहेगा. 

नरेंद्र तनेजा ने बताया कि ईरान मुद्दे पर डोनाल्ड ट्रंप अमेरिका की जनता को अपनी ताकत का एहसास करना चाहते हैं. इसके लिए वह ईरान पर दबाव बनाकर चलेंगे. 

मार्केट एक्पर्ट सलाह दे रहे हैं कि क्रूड में अभी बिकवाली करके चलना ही बेहतर होगा.