NSE के आईपीओ पर बड़ा अपडेट; बोनस शेयर के ऐलान के बाद सेलर्स और ब्रोकर्स में लड़ाई, जानें मामला
NSE IPO Latest Update: NSE का मैनेजमेंट IPO लाने की कोशिश कर रहा है, लेकिन कुछ पुरानी दिक्कतों की वजह से रेगुलेटर से मंजूरी नहीं मिल पा रही है.
NSE IPO Latest Update: प्राइमरी मार्केट के जरिए खुद को लिस्ट कराने के लिए कंपनियां आईपीओ लेकर आती हैं. नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का भी आईपीओ आने वाला है लेकिन कुछ दिक्कतों की वजह से एनएसई का आईपीओ आने में दिक्कत हो रही है. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, NSE का मैनेजमेंट IPO लाने की कोशिश कर रहा है, लेकिन कुछ पुरानी दिक्कतों की वजह से रेगुलेटर से मंजूरी नहीं मिल पा रही है. हालांकि प्राइवेट मार्केट में शेयरों में लोगों की अच्छी दिलचस्पी है और ट्रेडिंग भी खूब हो रही है. इसके अलावा एनएसई के भाव भी खूब बढ़ रहे हैं. NSE के बोनस के एलान के बाद लोगों की दिलचस्पी इतनी बढ़ गई है कि अब झगड़े हो रहे हैं.
NSE के बोनस के साइड इफेक्ट्स
ज़ी बिजनेस को मिली जानकारी के मुताबिक, NSE के शेयर बेचने वाले अब सौदे करने से मुकर रहे हैं. प्राइवेट मार्केट में शेयर का फरवरी में भाव 4300 रुपए था. मार्च-अप्रैल में भाव करीब 4800 रु प्रति शेयर पहुंचा है. 3 मई को 1 पर 4 बोनस शेयर और डिविडेंड का ऐलान किया था.
निवेशक और ब्रोकर के बीच सौदे का विवाद
बोनस शेयर के ऐलान के बाद अब एनएसई के शेयरधारक और ब्रोकर्स के बीच सौदे को लेकर विवाद है. कंपनी के शेयर के बेचने वाले सौदे से मुकर रहे हैं. इसकी वजह से शेयर के खरीदार, बेचने वाले और ब्रोकर के बीच लड़ाई झगड़ा हो रहा है.
NSE के आईपीओ में देरी क्यों?
बोनस एलान के बाद प्राइवेट मार्केट में भाव करीब 6500 रुपए था और अब निवेशकों और ब्रोकरों के बीच हो रहा सौदे का विवाद हो रहा है. हालांकि बोनस शेयर आने में अभी वक्त है और प्रकिया पूरी बाकी है. ऐसा माना जा रहा है कि अगस्त तक बोनस शेयर क्रेडिट होंगे तो सेलर्स अब बेचने पर मुकर रहे हैं. बता दें कि पुरानी दिक्कतों की वजह से NSE का IPO का मामला अटक रहा है और NSE का मैनेजमेंट कोशिश में कि NSE का IPO लाया जाए.