Share Market की उठापटक पर आया Nirmala Sitharaman का बड़ा बयान, BJP की वापसी पर कही ये बात
वित्त मंत्री (Finance Minister) निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने शेयर बाजार (Share Market) में चल रही उठापटक (Volatility) पर अपनी बात कही है. उन्हों ने कहा कि बाजार और बाजार के लोगों को परेशान होने की जरूरत नहीं है.
वित्त मंत्री (Finance Minister) निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने शेयर बाजार (Share Market) में चल रही उठापटक (Volatility) पर अपनी बात कही है. उन्हों ने कहा कि बाजार और बाजार के लोगों को परेशान होने की जरूरत नहीं है. शेयर बाजार पॉलिसी स्टेबिलिटी, टैक्स स्टेबिलिटी और निश्चितता से चलता है. उन्होंने कहा इसमें कोई शक नहीं है कि भाजपा सत्ता में अच्छे नंबर से वापस आ रही है. ऐसे में ये बिल्कुल जरूरी नहीं है कि VIX में उतार-चढ़ाव आए.
निर्मला सीतारमण ने कहा कि उन्हें पीएम मोदी का तीसरे कार्यकाल होने का पूरा भरोसा है. वह बोलीं कि अच्छे फाइनेंशियल मार्केट के लिए स्थिरता जरूरी है, जो प्रधानमंत्री मोदी देंगे. उनके अनुसार भारतीय शेयर बाजार ने सबकी कल्पनाओं से बेहतर प्रदर्शन किया है. दुनिया के ज्यादातर बाजारों में अनिश्चितता है, लेकिन भारत में अच्छा प्रदर्शन देखने को मिल रहा है. ग्रोथ का अनुमान बहुत बढ़िया है, मंहगाई की दर कम है, निवेशक भारत आना चाहते हैं और भारतीय बाजार में टेक्नोलॉजी का बहुत अच्छा इस्तेमाल हो रहा है.
विदेशी बाजार T+0 की कल्पना भी नहीं कर पा रहा
उन्होंने कहा कि T+0 जैसे सिस्टम की कल्पना विदेशी बाजार में लोग नहीं कर पा रहे हैं. हमारे बाजारों ने टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल से इतनी एफिशिएंसी बढ़ा ली है. MSCI इंडेक्स में भारत की हिस्सेदारी दोगुनी होकर करीब 14% हो गई है, जो पहले करीब 6% थी. टेक के इस्तेमाल से रिटेल डीमैट के जरिए सेविंग्स का ट्रेंड बढ़ा है, जबकि पहले पोस्ट ऑफिस का ही ऑप्शन हुआ करता था.
'असेट रीडिस्ट्रीब्यूशन से पूरी इकोनॉमी गरीब होगी'
उन्होंने कांग्रेस के वेल्थ रीडिस्ट्रीब्यूशन के प्लान पर कहा कि कांग्रेस की असेट रीडिस्ट्रीब्यूशन की पॉलिसी से पूरी इकोनॉमी गरीब होगी. ऐसा इसलिए होगा, क्योंकि हर इंसान, हर कारोबारी चाहता है कि वो आगे बढ़े, लेकिन उसका ये हौसला ही छिन जाएगा.
'PSU Bank के विनिवेश प्लान में कोई बदलाव नहीं'
पीएसयू बैंकों के विनिवेश पर उन्होंने कहा कि प्लान में कोई बदलाव नहीं है, कैबिनेट का प्लान मंजूर है. हालांकि, समय देखकर तय किया जाएगा कि आगे क्या करना है. हम चाहते हैं कि संस्थान भी इसके लिए तैयार हों, लेकिन ये जरूर तय करेंगे कि वैल्युएशन में गिरावट ना हो. निर्मला सीतारमण ने आगे लैंड और लेबर रिफॉर्म्स पर कहा कि बहुत सारे लोगों से चर्चा करनी पड़ती है. जब तक चर्चा पूरी नहीं होती, फैसला नहीं हो पाता है.