Nifty Outlook: ग्लोबल मार्केट में कमजोरी का असर भारतीय बाजार पर भी दिखा और शुक्रवार को पांच दिनों से जारी तेजी पर विराम लग गया. हफ्ते के आखिरी कारोबारी सत्र में निफ्टी 293 अंक टूटकर 24717 और सेंसेक्स 885 अंक टूटकर 80981 अंकों पर बंद हुआ. दरअसल अमेरिकी बाजार में जॉब डेटा कमजोर आया है जिसके बाद मंदी को लेकर संभावना बढ़ गई है. यही वजह है कि बाजार में जोरदार बिकवाली आई.

अगले हफ्ते किन फैक्टर्स का बाजार पर दिखेगा असर

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अगले हफ्ते 8 अगस्त को रिजर्व बैंक मॉनिटरी पॉलिसी का ऐलान करेगा. इंफ्लेशन को लेकर गवर्नर दास क्या बोलते हैं उसपर बाजार की नजर रहेगी. FII ने इस हफ्ते 5500 करोड़ से अधिक बिकवाली की. इस हफ्ते रियल्टी, IT और ऑटो इंडेक्स में सबसे बड़ी गिरावट दर्ज की गई.  वहीं पावर इंडेक्स में सबसे अधिक तेजी रही. NTPC, BPCL इस हफ्ते निफ्टी का टॉप गेनर रहा जबकि Eicher Motors और LTI Mindtree और महिंद्र एंड महिंद्रा में सबसे ज्यादा गिरावट दर्ज की गई.

24540 पर निफ्टी के लिए अहम सपोर्ट

SBI सिक्योरिटीज ने कहा कि निफ्टी में 8 हफ्तों की तेजी पर विराम लगा. इस हफ्ते निफ्टी ने 25000 का नया कीर्तिमान स्थापित किया. बाजार पर प्रॉफिट बुकिंग भी हावी है. 24580-24540  की रेंज में महत्वपूर्ण सपोर्ट है. अगर यह टूटता है तो अगला सपोर्ट 24350 पर है. अगर बाय ऑन डिप्स वाली स्थिति होती है तो 24900-24950 की रेंज में अवरोध बना हुआ है.

निफ्टी में 24210-24461 की रेंज तक करेक्शन संभव

HDFC सिक्योरिटीज के टेक्निकल रिसर्च ऐनालिस्ट नागराज शेट्टी ने कहा कि शॉर्ट टर्म में रिवर्स का ट्रेंड देखा जा रहा है. बाजार में 24600-24500 की रेंज तक करेक्शन संभव है. इमीडिएट आधार पर 24900 पर अवरोध बना हुआ है. ब्रोकरेज के रिटेल रिसर्च प्रमुख दीपक जसानी ने कहा कि 24210-24461 की रेंज तक निफ्टी में करेक्शन संभव है. अगर 1-2 सेशन के करेक्शन के बाद बाजार में तेजी आती है तो 24857-24956 की रेंज में अवरोध रहेगा.

बाजार का ओवरऑल ट्रेंड मजबूत, शॉर्ट टर्म में करेक्शन संभव

मोतीलाल ओसवाल  के रिटेल रिसर्च प्रमुख सिद्धार्थ खेमका ने कहा कि ग्लोबल मार्केट से कमजोरी के संकेत के बीच बाजार पर प्रॉफिट बुकिंग हावी है. वोलाटिलिटी इंडेक्स बढ़ गया है जो दिखाता है कि निवेशक नर्वस हो रहे हैं. फार्मा को छोड़कर सभी सेक्टर लाल निशान में बंद हुए. अमेरिकी बाजार में चारों तरफ से बिकवाली हो रही है. इकोनॉमिक डेटा कमजोर आया है. बाजार का ओवरऑल ट्रेंड मजबूत है. हालांकि, इन तमाम फैक्टर्स का शॉर्ट टर्म में निगेटिव असर दिख सकता है.

अमेरिकी बाजार में आया भूचाल

इधर ग्लोबल मार्केट में भूचाल आ गया है. हफ्ते के आखिरी कारोबारी सत्र में दुनियाभर के बाजार में जोरदार बिकवाली देखने को मिली. अमेरिकी बाजार की बात करें तो 30 टॉप कंपनियों का इंडेक्स 610 अंक यानी करीब 1.5% टूट गया. इंट्राडे में यह गिरावट करीब 1000 अंकों तक का था. IT कंपनियों का इंडेक्स नैस्डैक 2.4 फीसदी यानी 450 अंक टूट गया. चिपमेकर Intel के शेयर में 40 सालों की सबसे बड़ी गिरावट दर्ज की गई. आखिरकार यह 26% टूट कर बंद हुआ. जापान का निक्केई 5% से अधिक टूट गया.  कमजोर जॉब डेटा के बाद अमेरिकी इकोनॉमी में मंदी की संभावना बढ़ गई है जिसके कारण बिकवाली आई है.