Mutual Funds direct plan: अगर आप म्यूचुल फंड (Mutual Funds) में निवेश करते हैं तो आने वाले समय में डायरेक्ट प्लान (Mutual Funds direct plan) खरीदने का एक्सपीरियंस बदलने वाला है. दरअसल, म्यूचुअल फंड के डायरेक्ट प्लान के लिए एग्जिक्यूशन ओनली प्लेटफॉर्म का प्रस्ताव है. मार्केट रेगुलेटर सेबी ने एग्जिक्यूशन ओनली प्लेटफार्म  पर कंसल्टेशन पेपर जारी किया है. इस प्लेटफॉर्म के रेगुलेटरी स्ट्रक्चर के लिए तीन विकल्पों को सुझाया गया है. एक विकल्प की सेबी से सीधे रजिस्टर्ड हों, दूसरा, AMFI रजिस्टर्ड हों या तीसरा कि एक्सचेंज से रजिस्टर्ड हों.

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फाइनेंशियल और नॉन फाइनेंशियल सर्विस देने का विकल्प

खबर के मुताबिक, एग्जिक्यूशन ओनली प्लेटफॉर्म के लिए फाइनेंशियल और नॉन फाइनेंशियल सर्विस देने का विकल्प होगा. इसमें मिनिमम नेटवर्थ का सीधे तौर पर पैमाना नहीं लेकिन साइज के मुताबिक रहेगा. साथ ही इसमें  साइबर सुरक्षा,डाटा सिक्योरिटी,डाटा प्राइवेसी का पूरा ख्याल रखना होगा. नए प्रपोजल (Mutual Funds direct plan new proposal) में कहा गया है कि केवल क्लाइंट से ही फीस लेने की छूट होगी, AMC से कोई फीस नहीं मिलेगी.

फिट एंड प्रॉपर का पैमाना लागू होगा

म्यूचुअल फंड के डायरेक्ट प्लान के लिए आए एग्जिक्यूशन ओनली प्लेटफॉर्म के प्रपोजल में कहा गया है कि इसमें फिट एंड प्रॉपर का पैमाना लागू होगा. साथ ही मजबूत शिकायत निवारण व्यवस्था रखनी होगी. सेबी को 12 अगस्त तक कंसल्टेशन पेपर पर सुझाव भेज सकते हैं.डायरेक्ट प्लान म्यूचुअल फंड (Mutual Funds) में निवेश का तरीका है. डायरेक्ट प्लान (Direct plan) में आप खुद ही निवेश करते हैं. डायरेक्ट प्लान में एडवाइजर की कोई भूमिका नहीं होती है. इसमें म्यूचु्अल फंड्स (Mutual Funds) का चुनाव आप खुद करते हैं.

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डायरेक्ट प्लान के फायदे

डायरेक्ट प्लान (Mutual Funds direct plan) में एक्सपेंस रेश्यो (Expense ratio) कम होता है. कम एक्सपेंस रेश्यो का असर रिटर्न पर भी होता है. इसमें रेगुलर के मुकाबले ज्यादा रिटर्न मिलता है और डायरेक्ट का नेट असेट वैल्यू (NAV) भी ज्यादा होता है.