बाजार में कीजिए मुनाफावसूली, अनिल सिंघवी ने कहा- नहीं लेना है बैंक और NBFC शेयर
पिछले कुछ दिनों में शेयर बाजार ने अच्छा बाउंस बैक दिखाया. लेकिन, अब एक बार फिर बेचने का वक्त आने वाला है. हालांकि, शेयर बाजार टॉप बॉटम बनाने की तरफ बढ़ रहे हैं.
दुनियाभर में फैली महामारी कोरोना वायरस के बाद से सबसे ज्यादा उथल-पुथल शेयर बाजारों में देखने को मिली है. अमेरिका से लेकर भारतीय बाजारों तक में बड़ी गिरावट देखने को मिली. पिछले कुछ दिनों में शेयर बाजार ने अच्छा बाउंस बैक दिखाया. लेकिन, अब एक बार फिर बेचने का वक्त आने वाला है. हालांकि, शेयर बाजार टॉप बॉटम बनाने की तरफ बढ़ रहे हैं. लेकिन, आने वाले दिनों में एक बार फिर बिकवाली हावी होगी.
ज़ी बिज़नेस के मैनेजिंग एडिटर अनिल सिंघवी का मानना है कि शेयर बाजार में अगले कुछ दिनों में बेचने का कॉन्फिडेंस फिर बनेगा. इससे पहले 12000 के स्तर पर भी अनिल सिंघवी ने बेचने की सलाह दी थी. हालांकि, बाजार में अभी-अभी तेजी बनी है. अनिल सिंघवी का मानना है कि बाजार टॉप बनाने की तरफ बढ़ रहे हैं. अगले कुछ दिनों में यह टॉप देखने को मिलेगा. हो सकता है अगले दो सेशन में टॉप बने या 10 सेशन देखने को मिले. अनिल सिंघवी ने साफ किया कि जरूरी नहीं है उनके और निवेशकों के विचार मिले. अगर विचार मिलते हैं तो उसे फोलो कीजिए. आपकी राय अगर अलग हो तो अपनी राय फोलो करें.
अनिल सिंघवी की राय
बाजार में 7500 से 9300 तक एक नॉन स्टॉप रैली देखने को मिली है. अब आगे डेंजर जोन है. निचले स्तरों से 20 फीसदी की तेजी देखने को मिल चुकी है. 20-30 फीसदी ऊपर की रेंज, वो आपके लिए प्रॉफिट बुकिंग की रेंज है. 9400 का हाई बन चुका है. पहली रेंज 9400-9600 के बीच बनती है. दूसरी रेंज 9800 और तीसरी रेंज 10000-10150 है. लेकिन, तेजी के मार्केट में लेवल से ऊपर पहुंच जाते हैं और मंदी के मार्केट में जहां पहुंचना चाहिए उससे भी नीचे चले जाते हैं. अनिल सिंघवी का मानना है कि जिन निवेशकों के पास पुराना इन्वेस्टमेंट पड़ा है. खासकर बैंक, NBFC में अगर निवेश है तो जब-जब ऊपर की तरफ बढ़ते जाएं, तब-तब वहां से निकलते जाएं. आपका भाव आ जाए तो बाजार से पैसा निकाल लें.
कहां बेचें, कहां नहीं
अनिल सिंघवी का कहना है कि अगर निवेशकों को लगता है कि मार्केट 11000-12000 की रेंज तक वापस जाएगा तो कुछ नहीं बेचना चाहिए, बल्कि भर-भर के खरीदना चाहिए. जितना आप खरीद सकते हैं खरीद लीजिए. लेकिन अगर आप अनिल सिंघवी की राय से सहमत हैं तो समझिए. 9300 से 10000, लगभग 7 फीसदी. अगर आपको 7-8 फीसदी की अपसाइड दिख रही है तो आपको 8 फीसदी तक किसी फिक्स्ड इनकम में पैसा डालकर बिना रिस्क के कमाना चाहिए या फिर इक्विटी में रिस्क के साथ कमाना ज्यादा ठीक है? इस सवाल का जवाब खुद से पूछिए.
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स्टॉप लॉस के साथ खरीदारी करें
अनिल सिंघवी का मानना है कि जो भी खरीदारी करें तो स्टॉप लॉस के साथ करें. बिना स्टॉप लॉस के कुछ न खरीदें. अगर आपको 7-10 फीसदी रिटर्न मिल रहा है तो प्रॉफिट बुक करिए. जरूरी नहीं है कि पूरा पोर्टफोलियो खाली करना है. बल्कि सही समय पर एग्जिट करके अपने पोर्टफोलियो में कैश रखिए. अगर नीचे की तरफ मौका मिलता है तो पैसा डालने के लिए तैयार रहें. अगर आपने 7500-7600 के स्तर पर खरीदारी की थी, तो तुरन्त प्रॉफिट बुक कीजिए. क्योंकि, अब यहां से जो भी रैली होती है तो आपको एग्जिट करने का सोचना है. मंथली एक्सपायरी बची है. ज्यादा से ज्यादा थोड़ी और शॉर्टकवरिंग देखने को मिले. थोड़ी बहुत खरीदारी अगले 4-5 ट्रेडिंग सेशन में आ जाए.