नवरात्र में करें निवेश की नई शुरुआत, फाइनेंशियल प्लानर पूजा भिंडे दे रही हैं ये खास सलाह
Mutual fund: कभी भी अपने घर के बजट को ध्यान में रखकर ही निवेश करना चाहिए. कभी भी हड़बड़ी में निवेश न करें. हमेशा सोच-समझकर ही निवेश के लिए फैसला लें. आप टर्म प्लान और हेल्थ इंश्योरेंस में भी निवेश करें. इनका अहम रोल होता है.
नवरात्र के साथ एक नई शुरुआत का मौका होता है. कुछ लोग नया निवेश शुरू करते हैं. कुछ लोग गलतियां करते हैं तो बाद में उसमें सुधार करते हैं. हमें जब कुछ नई चीजें खरीदनी होती है, मसलन नया घर, गाड़ी या और भी बहुमूल्य चीजें खरीदने के लिए नवरात्र का इंतजार करते हैं. इसी तरह, हम नवरात्र में फाइनेंशियल प्लानिंग की शुरुआत कर सकते हैं. यह शुरुआत के लिए एक अच्छा समय है. अगर पहले ही कर ली है तो उसे रिव्यू कर लें कि हम सही राह पर हैं या नहीं.
इसपर सर्टिफाइड फाइनेंशियल प्लानर पूजा भिंडे का कहना है कि हमेशा सबसे बेहतरीन फंड चुनें. लक्ष्य हासिल करने की टाइमिंग के हिसाब से निवेश करना अच्छा है. अगर लॉन्ग टर्म है तो हमें अच्छा खासा इक्विटी फंड पोर्टफोलियो में शामिल करना चाहिए. आप एक मल्टी कैप फंड ले सकते हैं. उदाहरण के तौर पर आप kotak standard multi cap fund ले सकते हैं.
अगर आपका लक्ष्य मीडियम टर्म के लिए है तो आप एक हाइब्रिड फंड का चुनाव जरूर करें. इसमें इक्विटी और डेट दोनों ही होते हैं. यहां पर SBI equity hybrid fund की सलाह है. अगर तीन साल के आस-पास का लक्ष्य है तो आप एक डेट फंड का चुनाव कर सकते हैं. पूजा का कहना है कि अपने पोर्टफोलियो में एक लार्ज कैप फंड भी जरूर रखें.
पूजा का कहना है कि कभी भी अपने घर के बजट को ध्यान में रखकर ही निवेश करना चाहिए. कभी भी हड़बड़ी में निवेश न करें. हमेशा सोच-समझकर ही निवेश के लिए फैसला लें. यहां यह समझना जरूरी है कि जो निवेश आप कर रहे हैं, उसका नेचर क्या है? क्या वो आपके लिए सही है ? इन बातों पर विचार करने के बाद ही निवेश करें. निवेश को उम्र के मुताबिक डेट और इक्विटी में बांटें. पोर्टफोलियो में कुछ हिस्सा गोल्ड, रीयल एस्टेट का भी हो सकता है. आप टर्म प्लान और हेल्थ इंश्योरेंस में भी निवेश करें. इनका अहम रोल होता है.
निवेश में बढ़ोतरी की बात करें तो पूजा का कहना है कि आपको निवेश में हर साल 10-15 प्रतिशत की बढ़ोतरी करनी चाहिए. आप एसआईपी में बढ़ोतरी कर मंहगाई को मात दे सकते हैं. एसआईपी को लेकर सलाह है कि हर दौर में एसआईपी में निवेश जारी रखें.