Mutual Fund : निवेशकों का म्यूचुअल फंड (MF) की योजनाओं से पैसे निकलनने का सिलसिला जारी है. निवेशकों ने नवंबर में मुनाफावसूली करते हुए इक्विटी योजनाओं से 30,760 करोड़ रुपये की निकासी (Withdrawal) की. विशेषज्ञों का मानना है कि बाजार में जब तक सुधार नहीं आता, निकासी रहेगी. 

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बाजार नियामक भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (Sebi) के आंकड़ों के मुताबिक इसके साथ म्यूचुअल फंड से शुद्ध रूप से निकासी कारोबारी साल 2020 में जनवरी से नवंबर के दौरान 28,000 करोड़ रुपये पर पहुंच गई है. पिछले कुछ महीनों से म्यूचुअल फंड से निकासी के बावजूद FPI (विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों) का पूंजी प्रवाह जारी रहने से बाजार में तेजी बनी हुई है. विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने चालू साल में जनवरी से नवंबर के दौरान 1.08 लाख करोड़ रुपये की पूंजी डाली. 

Covid 19 का असर

प्राइम इनवेस्टर डॉट इन की सह-संस्थापक विद्या बाला ने कहा, ‘‘बाजार के नई ऊंचाई पर पहुंचने और निफ्टी पीई (निजी इक्विटी) मूल्यांकन 36 गुना बढ़ने के साथ मुनाफावसूली हो रही है....’’ उन्होंने कहा कि Gross input में तेजी नहीं आयी है. इसका कारण कोविड-19 के कारण लोगों की आय पर असर पड़ा है और वह अबतक सामान्य नहीं हुआ है. 

Share Market high

रैंक म्यूचुअल फंड के प्रमुख ओमकेश्वर सिंह ने भी कहा कि नवंबर में काफी तेजी आयी और बाजार रिकॉर्ड ऊंचाई पर भी पहुंचा. इससे कई निवेशकों ने मुनाफवसूली की...और यही बात ताजा आंकड़े से पता चलती है.’’ 

June-Nov Withdrawal from MF

आंकड़े के अनुसार म्यूचुअल फंड ने नवंबर में इक्विटी योजनाओं से 30,760 करोड़ रुपये की निकासी की. इससे जून से नंवबर तक पूंजी निकासी 68,400 करोड़ रुपये पहुंच गयी.

अक्टूबर में 14,492 करोड़ रुपये MF से Withdrawal

म्यूचुअल फंड से अक्टूबर में 14,492 करोड़ रुपये, सितंबर में 4,134 करोड़ रुपये, अगस्त में 9,213 करोड़ रुपये, जुलाई में 9,195 करोड़ रुपये और जून में 612 करोड़ रुपये निकाले गये थे. हालांकि निवेशकों ने जनवरी-मई के दौरान 40,200 करोड़ रुपये का निवेश किया. इसमें से 30,285 करोड़ रुपये मार्च में डाले गए थे.

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